महाकुंभ में अनवरत या तो, ‘मां गंगा की धारा चलती थी, या मीडिया चलती थी’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुम्भ मेले के सफल समापन के बाद मेले में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को दस हजार रुपये का बोनस एवं एक सप्ताह का अवकाश देने का आदेश एक सम्बोधन के दौरान गुरुवार को कुम्भ मेले के सकुशल समापन के बाद खुले मंच से दिया गया
महाकुंभ डिजिटल मीडिया सेंटर में मुख्यमंत्री का बयान
महाकुंभ एक विश्व स्तरीय आयोजन बना, जिसमें मीडिया की भूमिका अहम रही- सीएम योगी
सर्दी हो, धूप हो, लेकिन मीडिया नहीं रुकी, कवरेज करती रही- सीएम योगी
66 करोड़ 30 लाख से ज़्यादा लोगों ने डुबकी लगा कर एक रिकॉर्ड बनाया- सीएम योगी
अयोध्या, चित्रकूट, गोरखपुर, प्रयागराज में पर्यटक और श्रद्धालु आए हैं- सीएम योगी
45 दिनों में सौ देशों जे प्रतिनिधि आए, राष्ट्राध्यक्ष आए, केंद्र और राज्य ने मिलकर साढ़े सात हज़ार करोड़ खर्च किया- सीएम योगी
12 कॉरिडोर बनाए गए जो श्रद्धालुओं क़ो आकर्षित कर रहे हैं- सीएम योगी
इस दौरान 200 सड़कों, 14 फ्लाईओवर, 12 कॉरिडोर, 9 अंडरपास बने- सीएम योगी
मां सरस्वती कॉरिडोर, बड़े हनुमान जी, इस प्रकार से 12 कॉरिडोर यहां विकसित हुए- सीएम योगी
इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 1 लाख से अधिक अधिकारी गण जुड़े रहे- सीएम योगी
इसमें सबसे अधिक सुरक्षा कर्मी थे। सबसे ज्यादा 3000 हजार सीसीटीवी लगाए- सीएम योगी
हर एक आने वाले भक्त को रिकॉर्ड किया गया। मैं लखनऊ से ही बैठ-बैठे देख सकता था- सीएम योगी
यहां 15 हजार सफाई कर्मी थे। शटल बसें, परिवहन बसें लगाई गई थी, सभी विभागों ने पूरी मदद ने की – सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे पर डिजिटल मीडिया सेंटर में मीडियाकर्मियों के साथ संवाद किया और महाकुम्भ को वैश्विक इवेंट बनाने में मीडिया की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि वास्तव में महाकुम्भ प्रयागराज एक वैश्विक इवेंट बन गया। प्रधानमंत्री मोदी जी के विजन के अनुरूप यह कार्य करने में हमें जो सफलता प्राप्त हुई है उसे देश और दुनिया तक आपने पहुंचाया है, इसके लिए आपको हृदय से धन्यवाद करता हूं। सीएम योगी बोले कि मैं देख रहा था कि दिन हो या रात्रि, सुबह हो या शाम, शीत लहरी हो या भीषण धूप, लेकिन अनवरत रूप से कोई चल रहा था तो वह मीडिया था। या तो मां गंगा की धारा चल रही थी या फिर मीडिया चलता था और सकारात्मक रूप से आपकी जो भूमिका थी उसके चलते महाकुम्भ प्रयागराज नए रिकॉर्ड बनाने के लिए अग्रसर हुआ। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष एक लघु फिल्म भी दिखाई गई, जिसके बोल थे महाकुम्भ एक याद बन गया…। इस फिल्म में महाकुम्भ की स्मृतियों को संजोया गया।
संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आस्था और आर्थिकी का जो विजन प्रधानमंत्री जी ने दिया है वह यहां साकार होता दिखाई दिया। उत्तर प्रदेश में स्पिरिचुअल टूरिज्म का भी पोटेंशियल है और यह प्रदेश ने साबित किया। गत वर्ष ही उत्तर प्रदेश में 65 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक विभिन्न तीर्थस्थलों पर आए थे। वे अयोध्या धाम आए थे, काशी आए थे, मथुरा-वृंदावन आए थे, प्रयागराज आए थे, चित्रकूट आए थे, मां विंध्यवासिनी के धाम आए थे, गोरखपुर आए, शुकतीर्थ आए, नैमिषारण्य आए। अकेले प्रयागराज में 45 दिन में 66 करोड़ 30 लाख पर्यटक और श्रद्धालु आ चुके हैं, यानी नए-नए रिकॉर्ड बनते दिखाई दे रहे हैं। प्रयागराज महाकुम्भ ने उत्तर प्रदेश के अंदर पांच स्पिरिचुअल टूरिज्म के डेस्टिनेशन उपलब्ध करवा दिए हैं। इन 45 दिनों में 100 देशों का प्रतिनिधित्व प्रयागराज में हुआ है, जिसमें 74 देशों के एंबेसडर और हाई कमिश्नर यहां आए थे, 12 देश के मंत्री या राष्ट्राध्यक्ष की उपस्थिति भी रही थी और अन्य देशों से श्रद्धालुजन भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। यह सभी आपको कवर करने का अवसर प्राप्त हुआ था।
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के पूरे आयोजन में सभी निर्माण कार्यों के लिए डबल इंजन की सरकार ने मिलकर लगभग 7.30 हजार करोड़ रुपया खर्च किया, जिसमें 200 से अधिक सड़कों का निर्माण, 14 फ्लाईओवर, 9 अंडरपास, 12 कॉरिडोर बनाए गए। पहली बार प्रयागराज में कुछ ऐसा देखने को मिला जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता था। अक्षय वट कॉरिडोर, मां सरस्वती कूप कॉरिडोर, पातालपुरी कॉरिडोर, बड़े हनुमान जी कॉरिडोर, महर्षि भारद्वाज कॉरिडोर, नागवासुकी कॉरिडोर, श्रंग्वेरपुर कॉरिडोर, द्वादश माधव कॉरिडोर समेत यह अलग-अलग प्रकार के 12 कॉरिडोर प्रयागराज में विकसित हुए हैं जो टूरिज्म के दृष्टि से हर एक श्रद्धालु को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस दौरान श्रद्धालुजनों की सुविधा के लिए प्रयागराज सिटी के अंदर हम लोगों ने लगभग एक लाख कार्मिकों को पूरी व्यवस्था से जोड़ा, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाया। सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक चले इस महायज्ञ के दौरान प्रयागराज एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हुआ है। आज जो भी प्रयागराज आएगा वह प्रयागराज को देखकर अभिभूत हो रहा है। यहां की सुविधाओं, यहां के मॉडल को देखकर लोग सेल्फी ले रहे हैं।
उन्होंने महाकुम्भ में तकनीक के उपयोग का उल्लेख करते हुए कहा कि पूरे मेला को फेस रिकॉग्निशन से जोड़ते हुए लगभग 3000 सीसीटीवी कैमरे के साथ एआई टूल से जोड़ा गया। इसके माध्यम से एक-एक व्यक्ति के आने की सूचना और उसके चेहरे की पहचान के साथ-साथ कितने लोगों ने डुबकी लगाई, उन सबकी काउंटिंग की व्यवस्था भी हो सकी। इसके माध्यम से लखनऊ में रहते हुए भी मैं यहां की गतिविधियों को 360 डिग्री तक देख पा रहा था। यहां 15000 से ऊपर स्वच्छताकर्मी तैनात थे। इसके अलावा 7000 से अधिक परिवहन निगम की बसें थी 750 से अधिक शटल बसें थीं। उन्होंने बताया कि रेलवे ने लगभग 13000 मेला स्पेशल चला करके यात्रियों को सकुशल गंतव्य तक पहुंचाया। साढ़े तीन करोड़ यात्री केवल उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों से प्रयागराज आए। पीडब्ल्यूडी, नमामि गंगे, जल निगम, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य समेत अन्य सभी विभागों ने पूरी तत्परता के साथ इस कार्यक्रम को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि पूरे आयोजन को सफल बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। श्रद्धालुजनों को यहां तक लाने के लिए सभी संबंधित विभागों, संस्थाओं ने अपना काम किया, लेकिन एक-एक घटना को लाइव दिखाने का काम और सकारात्मक रूप से उसे आम जनता तक घर-घर पहुंचाने का काम आपने किया, क्योंकि कितनी भी अच्छी व्यवस्था होती,हम कितना भी कर लेते, लेकिन उसका प्रचार आपने किया। सिर्फ हिंदी मीडिया ही नहीं, देशभर की मीडिया ने, विदेशी मीडिया ने यहां की व्यवस्थाओं की सराहना की। किसी भी आयोजन को सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचाने में मीडिया की क्या भूमिका हो सकती है, इसकी बेहतरीन मार्केटिंग करने में अपने बड़ी भूमिका का निर्वाह किया। आस्था और आर्थिकी के बीच समन्वय हो सकता है यह मीडिया ने साबित करके दिखाया। 7.5 हजार करोड़ खर्च करके 3.5 लाख करोड़ की ग्रोथ दर्ज की जा सकती है, यह भी मीडिया ने बताया। दुनिया कौतूहल और आश्चर्य से इन सब चीजों को देख रही है। यह एक नया शोध का विषय बन गया है। मेरे पास लगातार नेशनल और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूशन से पत्र आ रहे हैं कि क्राउड मैनेजमेंट कैसे होता है, आस्था और आर्थिकी का समन्वय कैसे हो सकता है इस पर 1 घंटे का टॉक शो कीजिए।सीएम योगी ने कहा कि जो भी यहां आया उसने स्वच्छता की चर्चा की, टेक्नोलॉजी की चर्चा की, सुरक्षाकर्मियों के व्यवहार की चर्चा की। सचमुच मीडिया के साथ-साथ प्रयागराजवासियों का धैर्य अत्यंत अभिनंदनीय रहा, जिन्होंने पूरे आयोजन को अपना आयोजन माना। अक्सर होता है कि एक दिन या दो दिन लोगों को थोड़ा पैदल चलना पड़े तो वो अधीर हो जाते हैं, गुस्से में आ जाते हैं, सड़कों पर आ जाते हैं, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। पूरे 45 दिन जनता जनार्दन ने अपना धैर्य बनाए रखा। इन 45 से 50 दिनों में आप सभी यहां पर मौजूद रहे और पूरी तत्परता के साथ आपने इस पूरे महा आयोजन को महायज्ञ मानकर एक सदस्य के रूप में इस सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दिया। अपनी पूरी टीम की ओर से आपका अभिनंदन करता हूं।
महाकुंभ 2025 की सफलता में जिस तरीके से आज माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की तरफ़ से मीडिया की तारीफ़ की गई है उसका श्रेय सूचना निदेशक शिशिर जी एवं टीम को जाता है उनको ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएँ ।
महाकुंभ में तैनात पुलिसकर्मियों अवकाश और बोनस की सौगात
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुम्भ मेले के सफल समापन के बाद मेले में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को दस हजार रुपये का बोनस एवं एक सप्ताह का अवकाश देने का आदेश एक सम्बोधन के दौरान गुरुवार को कुम्भ मेले के सकुशल समापन के बाद खुले मंच से दिया गया , जिसके बाद एक ओर जहां कुम्भ मेले में तैनात समस्त पुलिसकर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गयी तो वही राम नगरी में तैनात पुलिसकर्मियों में मायूसी सी छाई है , रामनगरी में भव्य राम मंदिर के निर्माण से अभी तक कई करोड़ श्रद्धालुओं की आवभगत रामनगरी अयोध्या में हुई है जो निरंतर जारी है जहां महज डेढ़ माह के महाकुंभ में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा अवकाश एवं बोनस देने की घोषणा की गई है तो वही अयोध्या में तैनात पुलिसकर्मियों को कुछ हांथ नही आया , यह वही रामनगरी है जहाँ राम जी की प्राण प्रतिष्ठा के समय समूचे भारत देश एवं विदेशों की बड़ी से बड़ी से हस्तियों ने एक साथ रामनगरी में उपस्थित होकर प्राण प्रतिष्ठा की अनुपम और अमिट इतिहास की साक्षी बनी थी , जिस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री मंत्री से लेकर कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री एवं उप-मुख्यमंत्री, एवं मंत्रिमंडल के सदस्य विधायक व सांसदगण एक साथ उपस्थित हो इसके अलावा बॉलीवुड ,हॉलीवुड एवं दक्षिण भारत के सुप्रसिद्ध सिनेमा कलाकारो के साथ साथ भारतीय क्रिकेट जगत के बड़े सितारे एक साथ एक ही स्थान पर मौजूद रहे हो इतने पर ही अभी रुकने वाली बात नही है जिस ऐतिहासिक पल के साक्षी समूचे भारत देश के रामभक्त बने हो , ज़रा सोंचिये कितना विकराल दृश्य वह रहा होगा , इसके साथ ही प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही लगातार लाखो करोड़ो की संख्या में रामभक्तों का आगमन आज तक रामनगरी में हो रहा है जनपद में तैनात पुलिस कर्मी 24 घण्टे यातायात व्यवस्था एवं प्रबंधन व अति विशिष्ट एवं विशिष्ट व्यक्तियों की सेवा भाव मे लगे है बावजूद इसके वहां तैनात पुलिसकर्मियों को सूबे के मुखिया के द्वारा उनके सराहनीय कार्यो की न तो प्रसंशा की गई और न ही उन्हें किसी प्रकार की सराहना राशि या अवकाश की घोषणा की गई जिसको लेकर जनपद में आज तरह तरह की बातें और विरोध के स्वर अंदर ही अंदर जनपद अयोध्या में तैनात पुलिसकर्मियों में उठने लगे हालांकि अनुशाषित विभाग होने के चलते कोई अपनी व्यथा सार्वजनिक नही कर पा रहा है किंतु रामनगरी में तैनात पुलिसकर्मियों ने जो उम्मीदों सूबे के मुखिया से लगा रखी थी वह जरूर दम तोड़ती हुई नजर आ रही है , हालांकि विभागीय जानकारों से जब इस बाबत सवाल पूँछे गए तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस बल में तैनात प्रत्येक पुलिसकर्मी को उसकी रैंक के अनुसार पर्याप्त वेतन प्रतिमाह समय से मिल।जाता है किंतु यह एक आम धारणा है कि जब कोई भी व्यक्ति भले ही वह पुलिसकर्मी क्यो न हो क्योंकि है तो पुलिस कर्मी भी मनुष्य ही तो उन्हें भी यह मानसिक रूप से आभास होता है कि उन्होंने लगातार आवश्यकता एवं तय समय सीमा से हर रोज अधिक मेहनत और मशक्कत की है तो उनका इस हेतु उत्साहवर्धन किसी भी माध्यम से किया ही जाना चाहिए , जनपद में तैनात कई पुलिसकर्मियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया की महाकुम्भ में तैनात पुलिसकर्मियों से कहीं अधिक मेहनत और मशक्कत प्रतिदिन रामनगरी में तैनात पुलिसकर्मी कर रहे है तो ऐशे में मुख्यमंत्री जी को हम सब के बारे में भी अवश्य विचार करना चाहिए , कई पुलिसकर्मियों ने बताया कि जबसे उनकी आमद जनपद अयोध्या में हुई है तब से वह और ज्यादा शारिरिक रूप से दुर्बल हो गए है बावजूद इसके हुक्मरानों की नजर पता नही उन पर क्यो नही पड़ती है , गुरुवार को महाकुम्भ के सफल समापन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो अपने वक्तव्य में कहा उसमें महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में सेवाएं देने वाले अधिकारियों और जवानों को सरकार द्वारा फेज वाइज एक सप्ताह का अवकाश ,उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ‘महाकुम्भ सेवा मेडल’ और प्रशस्ति-पत्र के साथ- साथ उत्तर प्रदेश पुलिस के जो भी अराजपत्रित पुलिस कार्मिक इस आयोजन के भागीदार बने हैं, उनको दस हजार रुपयों का एक स्पेशल बोनस भी दिया जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में 3 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बने
•इन रिकॉर्ड्स के सर्टिफिकेट आज सौंपे गए
•गंगा सफाई में…329 लोगों का रिकॉर्ड
•हैंड पेंटिंग में – 10,102 लोगों का रिकॉर्ड,पहले 7660 लोगों का था…
•झाडू लगाने में – 19000 लोगों का रिकॉर्ड बना, पहले 10,000 लोगों का था…
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक आयोजन के दौरान तीन बड़े गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए। इन रिकॉर्ड्स के आधिकारिक प्रमाण पत्र आज आयोजकों को सौंपे गए।
पहला रिकॉर्ड गंगा सफाई अभियान में बना, जहां 329 लोगों ने एक साथ सफाई कर इतिहास रच दिया। दूसरा रिकॉर्ड हैंड पेंटिंग में बना, जिसमें 10,102 लोगों ने भाग लिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड 7,660 लोगों के नाम था, जिसे प्रयागराज में तोड़ा गया। तीसरा और सबसे बड़ा रिकॉर्ड झाड़ू लगाने में बना, जिसमें 19,000 लोगों ने एक साथ झाड़ू लगाकर सफाई अभियान में भाग लिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड 10,000 लोगों के नाम था।
इन उपलब्धियों ने महाकुंभ को न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय स्तर पर भी ऐतिहासिक बना दिया है। आयोजकों का कहना है कि यह प्रयास लोगों में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किया गया था, जो पूरी तरह सफल रहा।
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