सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम ने एक्स पर 84 RTI कार्यकर्ताओं को ब्लैकमेलर जैसे शब्द से नवाजा: अमिताभ ठाकुर
लोक सेवक ऐसा विभागीय भ्रष्टाचार क्यों करते हैं कि सूचना अधिकार से वह ब्लैकमेल हो जाए? किसी ईमानदार को कोई ब्लैकमेल क्यों नहीं कर लेता है?

व्हिसिल ब्लोअर व पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने राज्य सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम (पूर्व वरिष्ठ पत्रकार दैनिक जागरण / नवभारत टाइम्स, लखनऊ) को भेजा विधिक नोटिस….
तीन दिन पूर्व प्रयागराज के अधिवक्ता दीपक शुक्ला ने सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम के बर्ताव से व्यथित होकर सुनवाई पेशी दरम्यान नाराजगी जाहिर की जिसको सूचना आयुक्त ने मीडिया में ‘जूता फेंकने’ जैसे शब्दों से परिभाषित किया / छपवाया।
अधिवक्ता दीपक शुक्ला को विभिन्न धाराओं में मुकदमा लिखकर जेल भेजा गया। इसके बाद सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से आरटीआई कार्यकर्ताओं को वसूली करने वाला, ब्लैकमेलर जैसे शब्दों पर सुशोभित कर रहें है। अधिवक्ता दीपक शुक्ला ने पत्रकार कोटे से सूचना आयुक्त बने गैर पत्रकार प्रद्युम्न कुमार द्विवेदी का खुलासा सूचना निदेशक से आरटीआई जवाब हासिल कर किया है।
सूचना आयोग में लंबित अपील सूची पर पूर्व आईपीएस व आरटीआई एक्टविस्ट अमिताभ ठाकुर का भी अन्य लोगों के साथ नाम है। पूर्व आईपीएस ने एक्स रीट्वीट पर सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम को कानूनी नोटिस भेजकर उत्तर मांगा है।
गरिमापूर्ण पद पर रहते हुए सूचना आयुक्त सार्वजनिक रूप से गलत बयानबाजी आरटीआई कार्यकर्ताओं पर कर रहें है जो तमाम सवाल खड़े कर रही है। राज्य सूचना आयुक्त ने सोशल मीडिया पर अपने द्वारा निस्तारण अपीलों / लोक सूचना अधिकारियों पर जुर्माना वसूली / अर्थदंड कार्यवाही की लिस्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की है?
लोक सेवक ऐसा विभागीय भ्रष्टाचार क्यों करते हैं कि सूचना अधिकार से वह ब्लैकमेल हो जाए? किसी ईमानदार को कोई ब्लैकमेल क्यों नहीं कर लेता है?
देशभर मे आरटीआई एक्टविस्ट की हत्याओं के ज़िम्मेदार कौन लोकसेवक या सूचना अधिकारी या भ्रष्ट लोग है यह लिस्ट भी सार्वजनिक करें सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश बावजूद सूचना मांगने वालों को सुरक्षा क्यों नहीं दी जाती जबकि भ्रष्टाचार में संलिप्त लोकसेवक / व्यक्ति पावरफुल व्हाइट कॉलर लोग हैं?
सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम को कानूनी नोटिस
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश में सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम को उनके द्वारा अपने एक्स अकाउंट @nadeemNBT से की गई टिप्पणी के संबंध में कानूनी नोटिस भेजा है.
मोहम्मद नदीम ने कल शाम अपने एक्स अकाउंट से 84 लोगों की एक सूची जारी करते हुए कहा था कि यदि कुछ लोग बहुत ज्यादा अपील दायर करेंगे तो जरूरमंद आम आदमी को दिक्कत होगी.
इस सूची में 15वें नंबर पर अमिताभ ठाकुर का भी नाम था, जिनके नाम 71 अपील अंकित है.
कुछ लोगों ने सूची में अंकित व्यक्तियों के लिए दलाल और गिरोहबंद शब्द का प्रयोग किया था, जिन्हें मोहम्मद नदीम द्वारा रीपोस्ट किया गया.
अमिताभ ठाकुर ने मोहम्मद नदीम द्वारा अपने सरकारी दायित्व में प्राप्त सूचना को सार्वजनिक किए जाने और उसके माध्यम से सूची में अंकित लोगों के संबंध में की गई टिप्पणी को मानहानिपरक बताते हुए मोहम्मद नदीम से 7 दिनों में पोस्ट डिलीट करने सहित अन्य समुचित कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया है.
