विश्व मीडिया के 90 प्रतिशत भाग पर 6 यहूदी कंपनियो का नियंत्रण

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पिछले दिनों ‘विश्व मीडिया पर नियंत्रण किसका’ ‘शीर्षक नामक एक सर्वेक्षण सामने आया था। जो दुनिया भर में मीडिया पर प्रत्यक्ष नियंत्रण करने वाली कंपनियों और उनके मालिकों के संबंध में जानकारी दी गई थी। रिपोर्ट में पेश किए गए आंकड़े चौंकाने वाले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व मीडिया के 90 प्रतिशत भाग पर इस समय यहूदीयो का नियंत्रण हैं जो समाचार एजेंसी, समाचार पत्र, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के मालेकाना अधिकार यहूदियों के पास है और यह संस्था दुनिया भर को सामग्री प्रदान कराती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के 90 प्रतिशत मीडिया पर केवल 6 कंपनियों के अधिकार है और यह सभी कंपनिया यहूदियों की हैं। सबसे बड़ी कंपनी वॉल्ट डिज्नी है, इस कंपनी के अमेरिका में सबसे अधिक प्रोडक्शन हाउस हैं। कंपनी के पास सात बड़े समाचार पत्र, तीन पत्रिकाए और एक बड़ा केबल नेटवर्क है, जिसके चौदह मिलियन उपयोगकर्ता हैं। दूसरी बड़ी कंपनी टाइम वार्नर जिस की स्वामित्व एच बी ओ अमेरिका का सबसे बड़ा पे टीवी केबल नेटवर्क है।

इसके अलावा अमेरिका की सबसे बड़ी पत्रिका टाइम पत्रिका भी इसी की मिल्कियक है। यह पत्रिका अमेरिका में सबसे अधिक प्रकाशित होने वाली पत्रिका है। यह कंपनी विशुद्ध यहूदियों की है। तीसरी कंपनी वाई काम है। पैरा तिोनट पिक्चर्स और एमटीवी इस की मालिक है। यह लोग न केवल मीडिया को नियंत्रित कर रहे हैं बल्कि मानव के दिमाग को बदलने का प्रयास कर रहे है। बच्चों के कार्टून चैनल के माध्यम से अपने विशिष्ट अंदाज में हर घर में प्रवेश कर चुके हैं। बच्चों, बड़ों, महिलाओं, प्रत्येक को अपनी चपेट में ले लिया है।

अर्थात अब उन्हें किसी से सीधे लड़ने की आवश्यकत शेष नहीं रह गई है। चौथी कंपनी समाचार निगम है जिसका मालेकाना अधिकार फॉक्स टीवी चैनल के पास है। जो अपनी राय अपने दर्शकों पर थोपने का काम करता है। ड्रीम वर्क्स यह मीडिया कंपनी यहूदियों को वर्चस्व बनाने का काम करती है, एक अमेरिकी फिल्म निर्माता मेल गिब्सन ने पिछले दिनों एक फिल्म पैशन ऑफ़ द क्राइस्ट बनाई थी जिसमें उसने यहूदियों को आईना दिखाने की कोशिश की थी, इस फिल्म के खिलाफ यहूदियों ने मोर्चा खोल दिया और अब वह परदे से गायब हो चुका है।

प्रिंट मीडिया का आलम यह है कि अमेरिका में 90 प्रतिशत प्रकाशन संस्थान यहूदी चला रहे हैं। दैनिक 6 करोड़ अखबारों बिकते हैं, जो कि 75 प्रतिशत यहूदियों का है। अमेरिका के तीन बड़े समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉल स्ट्रीट जर्नल और वाशिंगटन पोस्ट पर यहूदियों का अधिकार है। इसके अलावा टाइम पत्रिका और न्यूज़वीक यह दोनों भी उन्हीं के अधिकार मे है। यह तो रहा उनका हाल। इन संस्थाओ से दुनिया भर की मीडिया उद्योग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े है। और इस तरह ये लोग पूरी दुनिया की मीडिया पर सीधे काबिज हो चुके हैं।

इसके उत्तर में मुस्लिम दुनिया के पास क्या है? जबकि उनके पास यहूदियों से दस गुना अधिक धन है, यह धनी राजनेता अपना सारा निवेश व्यर्थ में एक दूसरे से आगे निकलने में जोर आजमाने मे कर रहे हैं। उच्चतम क्लॉक टॉवर, मध्य पूर्व का सबसे बड़ा होटल सऊदी अरब में है, सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा दुबई में है और यहीं पर सबसे बड़ा सात किलोमीटर लंबी शॉपिंग मॉल का निर्माण हो रहा है। अर्थात अनावश्यक चीजों पर धन की बर्बादी हो रही है और दूसरी ओर एक छोटी राष्ट्र रात दिन अपनी योजनाओं को लागू करने मे प्रतिबद्ध है। भारतीय मीडिया का व्यवहार भी हमारे सामने है। यहां के मीडिया संस्थान भी यहूदी तौर तरीको पर काम कर रहे हैं।

बल्कि दुनिया भर में सामग्री की आपूर्ति का एकमात्र स्रोत यहूदी संस्थान हैं और हम उनसे यह आशा करते हैं कि तथ्यात्मक समाचार और विश्लेषण हम तक पहुंचाएं, ऐसा सोचना व्यर्थ के अतिरक्त कुछ भी नहीं है। जो लोग रात दिन यहूदी साजिश की रट लगाते हैं, उन्हें होश कब आएगा। विरोधी तो व्यावहारिक कदम में अपनी ऊर्जा लगा रहे हैं और उनका मुकाबला करने वाले केवल यहूदी षडयंत्रो के शब्दों दोहराए जा रहे हैं।

प्रिंट मीडिया का आलम यह है कि अमेरिका में 90 प्रतिशत प्रकाशन संस्थान यहूदी चला रहे हैं। दैनिक 6 करोड़ अखबारों बिकते हैं, जो कि 75 प्रतिशत यहूदियों का है। अमेरिका के तीन बड़े समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉल स्ट्रीट जर्नल और वाशिंगटन पोस्ट पर यहूदियों का अधिकार है। इसके अलावा टाइम पत्रिका और न्यूज़वीक यह दोनों भी उन्हीं के अधिकार मे है। यह तो रहा उनका हाल। इन संस्थाओ से दुनिया भर की मीडिया उद्योग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े है। और इस तरह ये लोग पूरी दुनिया की मीडिया पर सीधे काबिज हो चुके हैं।

सच टाइम्स में प्रकाशित अशरफ अली बस्तवी की रिपोर्ट.

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