अरे, बेशर्म नंबर 1 अखबार भास्कर ने ये क्या छाप दिया ?
जी हां, आप पढ़ रहे हैं देश का नंबर 1 अखबार, और इस ललकार भरे झूठ के नीचे पढ़िए – लिखा है मोटे मोटे अक्षरों में दैनिक भास्कर….. उसके नीचे (बाईं ओर) महीन अक्षरों में मूल्य 3.00 रुपए। अब पढ़िए लाल पट्टिका में ind.com जबलपुर मंगलवार. 14 अप्रैल 2015, वैशाख कृष्णपक्ष -10.2077. अब जरा गौर से पढ़िए, क्या लिखा है अंडरलाइन में… खजुराहो : ……..
तो ये है हिंदुस्तान का नंबर 1 अखबार ! उसके नंबर एक होने की कहानी हम नहीं कह रहे, वो खुद ही अपने पहले पेज पर ठीक हैडर यानी अपने नाम के नीचे मोटे मोटे अच्छरों में दे रहा है अपने डिक्शनरी ज्ञान के साथ अपने नंबर 1 होने का सबूत….वाह रे नंबर वन भारतीय मीडिया, जानकारी देर से मिली लेकिन दुरुस्त कि यदि ये अखबार अपने पाठकों को इतने मोटे मोटे अक्षरों में यही सब पढ़वा रहा है तो सचमुच इसके नंबर वन होने में देर न लगी होगी। वैसे बता दें कि इस पर देश भर के बुद्धिजीवी पोर्न पत्रकारिता करने का भी आरोप लगाते रहे हैं।
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