मुख्यमंत्री अखिलेश और मुख्यमंत्री केजरीवाल दोनों हैं मीडिया की आजादी से नाराज

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने गत दिवस दिल्ली सचिवालय में हुई एक साझा बैठक में जमीन विवाद सुलझाने पर आपसी विमर्श किया। बैठक में दिल्ली-नोएडा बॉर्डर के पास स्थित जमीन के बेहतर उपयोग पर चर्चा हुई। करीब एक घंटे चली बैठक में पहले मुख्यमंत्री, मंत्री, अधिकारियों के बीच संयुक्त बैठक हुई और फिर अधिकारियों को अलग करके चर्चा की गई। बैठक के साथ ही एक सबसे महत्वपूर्ण सूचना पूरे देश में गूंज गई, मीडिया हाउसों के मनमानेपन पर अखिलेश यादव की टिप्पणी। गौरतल है कि इन दिनो मुख्यमंत्री केजरीवाल भी मीडिया के जादू मंतर से काफी क्षुब्ध हैं। इस मुद्दे पर दोनो सीएम के तेवर एक से माने जा रहे हैं।

केजरीवाल से मुलाकात के बाद सीएम यादव ने कहा कि मैंने केजरीवाल को बधाई दी है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार होना एक बड़ी बात है। उल्लेखनीय है कि गत सोमवार को सीएम केजरीवाल ने मीडिया समूहों पर विश्वास न करते हुए कहा था कि अब मीडिया की भूमिका पर पब्लिक ट्रायल होना चाहिए। मंगलवार को वही अंदाज सीएम यादव का रहा। वह भी अंदर से मीडिया के तौर तरीकों को लेकर काफी नाखुश हैं। वह उससे बचकर रहना चाहते हैं। अपने आवास पर हुई कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम यादव ने सीएम केजरीवाल की तारीफ के साथ कहा कि मीडिया ही हमें बनाता है और वही गिराता है। इसलिए मीडिया से अनुरोध है कि वह न तो हमें बनाए और न गिराए। यूपी सीएम ने मीडिया से खुद को बख्श देने की गुजारिश भी की। यूपी के सीएम ने कहा कि ये मीडिया कभी अर्श तक उठाता है, कभी फर्श तक पहुंचाने की कोशिशें करने लगता है। उनकी टिप्पणी के निहितार्थ साफ थे कि मीडिया का रंग उन्हें सीएम केजरीवाल की तरह ही एकदम अच्छा नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया का कोई भरोसा नहीं है और केजरीवाल तो खुद भी खून के घूंट पीते रहते हैं।

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