लखनऊ में हाॅकर्स की हड़ताल खत्म, जारी रहेगा तीन अखबारों पूर्ण बहिष्कार
लखनऊ। आखिरकार पिछले दस दिनों एक सितम्बर से लखनऊ में हाॅकर्स की चली आ रही हड़ताल आज तीन अखबारों के पूर्ण बहिष्कार के साथ खत्म हो गयी। यानी हाॅकर्स ने आज से उन सभी अखबारों को बेंचना शुरू कर दिया। कल 10 सितम्बर शाम को जनपथ में हाॅकर्स की हुयी बैठक में जिन अखबारों के साथ कमीशन का विवाद है, उसे छोड़कर अन्य सभी अखबारों को बेंचने का निर्णय हुआ। उल्लेखनीय है कि पहले दिन से यह सवाल उठाया जा रहा था कि जब सिर्फ तीन अखबारों से कमीशन का विवाद है तो बाकी अखबारों को बलि का बकरा क्यों बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि कमीशन को लेकर जिन तीन अखबारों के साथ विवाद है वह अखबार भी बाजार में आ जायेगें। फिलहाल आज से उन हाॅकर्स के चेहरों पर खुशियां लौट आयी जो सिर्फ अखबार बेंच कर अपने परिवार का खर्चा चला रहे थे। हालांकि अभी उतनी संख्या में हाॅकर्स आज अखबारों के वितरण करने नहीं निकले है जितनी संख्या में दिखायी देते थे, लेकिन शहर के प्रमुख स्टाॅलों महानगर, अमीनाबाद, चारबाग, कपूरथला में तीन अखबारों को छोड़कर लगभग सभी अखबार बिकने शुरू हो गये है। वहीं कमीशन को लेकर जिन तीन अखबारों से विवाद चल रहा है, उनका प्रबन्धन चिन्तित हो गया है, और उम्मीद जतायी जा रही है कि वह भी अन्य अखबारों के बाजार में आने के बाद हाॅकर्स से समझौता कर लेगा। हड़ताल के पहले दिन से ही हमारा मानना था कि जिन अखबारों को लेकर लड़ाई है उन अखबारों को छोड़कर अन्य अखबारों की बिक्री शुरू कर देते तो तो इन तीनों अखबारों पर हड़ताल से ज्यादा फर्क पड़ता। दस दिनों तक चली हड़ताल से निचले स्तर के 20 से 25 प्रतिशत हाॅकर्स की रोजीरोटी पर असर पड़ना शुरू हो गया था और वह चोरी छिपे पेपर्स बेंचने को मजबूर थे, अब यही हाॅकर्स अन्य अखबारों से गली-कूचों में दिखायी पड़े।
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