बहराइच में आजतक के तीन पत्रकार उगाही करते गिरफ्तार
आजतक न्यूज चैनल की माइक-आईडी और पहचानपत्र लेकर धड़धड़ाते तीन पत्रकारों ने बहराइच के दर्जनों शिक्षण संस्थानों को जमकर चूना लगाया। धमकी सिर्फ इतनी कि शिकायत ऊपर से आयी है, हम तुम्हारी जांच करने आये हैं। तुम्हारा सेंटर की मान्यता खत्म कर स्कूल बंद कराने की कवायद शुरू कर दी गयी है। अब या तो रकम दो, या फिर अपना सारा कामधाम समेट कर जेल जाने की तैयारी करो।
फिलहाल यह तीनों पत्रकार इस समय बहराइच की जेल में चक्की पीस रहे हैं। उन पर करीब आधा दर्जन धाराएं आयद हैं, जिनमें धोखाधडी वाली चार सौ बीस भी शामिल है। खबर तो यहां तक है कि इन तीनों के पैरोकारों ने इस मामले को आपस में ही सुलटाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। लेकिन इस मामले में वादी इस प्रकरण पर बिलकुल भी झुकने को तैयार नहीं।
यह मामला है बीती 27 मार्च-17 की। खैरीघाट स्थित पं महराज दीन शुक्ला शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित एक डिग्री कालेज में सुबह की पाली में गृह-विज्ञान की परीक्षाएं चल रही थीं। दस बजे के करीब दो मोटरसायकिल पर सवार तीन लोग धड़धड़ाते हुए कालेज में पहुंचे और किसी उड़दस्ता की शैली में हर कमरे में पहुंच कर परीक्षा कर रही छात्राओं से इंटरव्यू करना शुरू कर दिया। उनके पास आजतक न्यूज चैनल की माइक आईडी भी थी। बताते हैं कि यह लोग छात्राओं की बातचीत को रिकार्ड भी कर रहे थे। इन लोगों की हरकत पर पूरे कालेज में हंगामा खड़ा हो गया। आननफानन कालेज के प्रचार्य वगैरह मौके पर पहुंचे, तो इन तीनों ने उन्हें अर्दब में ले लेना शुरू कर दिया। वे बोले कि हम लोग आजतक चैनल के लखनऊ हेडक्वार्टर से आये हैं। इस कालेज में चल रही गड़बडि़यों की रिपोर्ट हमारे दिल्ली आफिस से मिली है, जो हमें यहां सच ही मिली हैं। अब हम कड़ी कार्रवाई करेंगे, डीएम और मुख्यमंत्री वगैरह तक यह बात पहुंचा कर सुनिश्चित करेंगे कि इस कालेज का परीक्षा केंद्र और कालेज की मान्यता खत्म कर दी जाए।
यह सुनते ही कालेज में सन्नाटा फैल गया। लोगों ने इन पत्रकारों की खुशामद करना शुरू कर दिया। इस पर इन लोगों ने अपनी मांग की कि वे मामले को दबाने के लिए पचास हजार रूपया लेंगे। किसी आशंका से भयभीत लोगों ने इन लोगों की मांग कुबूल कर ली, और दस हजार रूपया देकर आश्वासन दिया कि शाम तक बाकी रकम शाम तक पहुंचा दी जाएगी। बाकी रकम के लिए उन्होंने अपना फोन नम्बर भी दे दिया। और मौके से निकल गये।
उधर कालेज वालों ने मटेरा निवासी अपने भाई अरूण शुक्ला को इस घटना की खबर दी और कहा कि कैसे भी हो वे बाकी चालीस हजार रूपया इन पत्रकारों को पहुंचा दें। अचानक खबर आयी कि आजतक चैनल के तीन रिपोर्टर पास के ही एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में छापा मार कर रहे हैं। अरूण शुक्ला की समझ में नहीं आया कि यह माजरा क्या है कि कभी डिग्री कालेज और कभी सरकारी स्कूल में छापामारी चल रही है। अरूण ने अपने कुछ पत्रकार मित्रों से इस बारे में पूछतांछ की, तो पता चला कि ऐसा कुछ भी नहीं है।
ऐसे में अरूण शुक्ला ने उन कथित पत्रकारों को फोन करके बुलाया कि चालीस हजार रूपयों की व्यवस्था हो गयी है, इसलिए वे आकर पैसा ले जाएं। इसी बीच अरूण ने पुलिस को भी खबर कर दिया कि यहां धोखाधड़ी का धंधा चल रहा है।
बताते हैं कि जब यह तीनों लोग कालेज में वापस पहुंचे, वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। उनके पास माइक आईडी, पहचानपत्र और दस हजार रूपये भी बरामद हो गये। पुलिस से इन तीनों ने कुबूला कि पिछले तीन दिनों में इन लोगों ने इलाके के छह शिक्षण संस्थाओं में छापा मार कर भारी रकम उगाह ली थी।