बापू की दुकान में बिक रहीं यौनवर्धक दवाएं

musali1हे राम! बापू की दुकान में यौनवर्धक दवाएं। किसी जमाने में खादी और चरखे से सजने वाली बापू की दुकान में अब यौनवर्धक दवा के कद्रदान दस्तक देने लगे हैं। दरअसल, खादी की बेकद्री के कारण बापू की दुकान चलाने वालों को अब यौनवर्धक दवाएं बेचने पर मजबूर होना पड़ा है।

महात्मा गांधी को तनिक भी अहसास नहीं होगा कि उनके बलिदान के 65 साल बाद खादी आश्रम में देशवासी खादी की बजाय यौनवर्धक दवा खरीदने के लिए उमड़ेंगे। खादी ग्रामोद्योग विभाग के तहत देशभर में खुले श्री गांधी आश्रम में बेशक खादी का कुर्ता और टोपी खरीदने वाला कोई नहीं है, लेकिन यौनवर्धक दवाएं लेने वालों की भीड़ उमड़ रही है। ‘मुसली पाक’ नामक महाशक्ति वर्धक और कामोत्तेजक दवा कानपुर से तैयार होकर श्री गांधी आश्रम में आती है। 500 ग्राम के मुसली पाक की कीमत 208 रुपये है।

अमृतसर में क्वींस रोड स्थित गांधी आश्रम में हर माह 500 से एक हजार की तादाद में मुसली पाक बिक रहा है, जबकि खादी का कुर्ता महीने में एक भी नहीं बिकता। गांधी टोपी का तो नाम तक भी कोई नहीं लेता। आश्रम में कार्यरत खादी ग्रामोद्योग विभाग के मुलाजिम नंद किशोर, श्यामलाल और दिनेश पांडेय कहते हैं कि समय बदल रहा है तो बापू की दुकान में सामान भी बदल गया है। खादी के दीवाने घट गए हैं इसलिए दुकान चलाने के लिए हमें तो कुछ बेचना है। अब मुसली पाक बिक रहा है तो इसमें गलत क्या है।

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