गौरी लंकेश के बाद इस लेखक को मारने की सुपारी ली थी हत्यारोपी ने
कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की साजिश में पकड़े गए हिंदू युवा सेना के नेता के.टी. नवीन कुमार के बारे में कई खुलासे हुए हैं. जांच में एक हैरान कर देने वाला खुलासा यह हुआ है कि गौरी लंकेश की हत्या में उसकी भूमिका से प्रभावित होकर उसे एक नया टारगेट मैसूर के एक लेखक की हत्या करने का दिया गया था.
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार, कट्टरपंथी के.टी. नवीन कुमार ने कथित तौर पर गौरी लंकेश की हत्या में हत्यारों का सहयोग किया था. उसके इस काम से प्रभावित होकर हत्या की साजिश रचने वालों ने उसे मैसूर के मुखर लेखक और तर्कवादी के.एस. भगवान की हत्या करने का काम सौंपा था. एक अन्य आरोपी के साथ मिलकर भगवान की हत्या करने के लिए कुमार एक बंदूक खरीदने वाला था. के.एस. भगवान हिंदू धार्मिक मान्यताओं पर करारा प्रहार करते रहे हैं.
गौरतलब है कि गौरी लंकेश की 5 सितंबर, 2017 को उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई थी. ऐसा आरोप है कि कुमार ने गौरी लंकेश के घर की रेकी की थी और उसने बाहर से आए हत्यारों को उसका घर दिखाया था. सूत्रों के अनुसार कुमार को गिरफ्तार करने में अगर एक हफ्ते की भी देरी हो जाती तो लेखक के.एस. भगवान की हत्या करने में आरोपी सफल हो सकते थे. एसआईटी ने 2 मार्च को 37 वर्षीय के.टी. नवीन कुमार को गौरी लंकेश की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से 15 गोलियां भी बरामद हुईं थीं. सीसीटीवी फुटेज में नवीन को गौरी लंकेश के घर के आसपास चक्कर लगाते देखे जाने के बाद एसआईटी ने उस पर शिकंजा कसा था. कुमार का नार्को टेस्ट करके पुलिस यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि उसे गौरी लंकेश हत्या की साजिश की किस हद तक जानकारी थी और इससे उसके बयान का मिलान किया जाएगा. हालांकि अभी नवीन इस तरह के टेस्ट कराने से इंकार कर रहा है. गौरी लंकेश हत्या मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम के अधिकारी डीसीपी एम.एन.
अनुचेथ ने बताया कि के.एस. भगवान की कथित हत्या की साजिश में आईपीसी के तहत हत्या के प्रयास और आपराधिक षडयंत्र का मामला दर्ज किया जाएगा. कुमार को आर्म्स एक्ट के तहत तो जमानत मिल गई है, लेकिन पुलिस अब कई नई गंभीर धाराएं लगाकर जमानत रद्द करने के लिए अपील करेगी. लेखक भगवान के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.