मीडियाकर्मियों की बेहतरी के लिए इस पहल के साथ एक मंच पर आए तमाम पत्रकार
अपनी नौकरी गंवा चुके तमाम मीडियाकर्मियों और उनके परिवार के सामने आए संकट को देखते हुए कई पत्रकारों जैसे- प्रणय उपाध्याय, ऋतु भारद्वाज, अमित प्रकाश, नीरज पांडेय और ऋचा अनिरुद्ध ने मिलकर एक नई पहल शुरू की है
विभिन्न कारणों के चलते अपनी नौकरी गंवा चुके तमाम मीडियाकर्मियों और उनके परिवार के सामने आए संकट को देखते हुए कई पत्रकारों जैसे- प्रणय उपाध्याय, ऋतु भारद्वाज, अमित प्रकाश, नीरज पांडेय और ऋचा अनिरुद्ध ने मिलकर एक नई पहल शुरू की है। इस पहल को इन पत्रकारों ने ‘झप्पी’ (JHAPPI) यानी Journalist Handholding And Professional Partnership Initiative का नाम दिया है।
अपनी इस पहल के बारे में इन पत्रकारों की ओर से कहा गया है, ‘हमारी मीडिया इंडस्ट्री इस समय बहुत ही खराब दौर से गुजर रही है। विभिन्न चैनल्स और संस्थानों में काम करने वाले हमारे कई सहयोगियों की नौकरियां पिछले कुछ दिनों में चली गईं। अचानक आए बेरोजगारी के इस संकट ने उनको परिवार सहित बड़ी परेशानी में डाल दिया है। समय ऐसा कि किसी भी चैनल में अगली नौकरी कब मिलेगी? मिल भी पाएगी कि नहीं, इस बात का भरोसा भी हर बीतते दिन के साथ खत्म होता जा रहा है। संकट के इस समय में हमें इस चुनौती का साथ मिलकर मुकाबला करना होगा। इसका हल निकालने की कोशिश करनी होगी। ये तब संभव हो पाएगा जब हम सब साथ आएं। एक-दूसरे का हाथ पकड़ें और हाथ से हाथ जोड़कर एक-दूसरे के लिए खड़े हो जाएं।
अपनी इस पहल के बारे में इन पत्रकारों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ‘JHAPPI’ एक-दूसरे का हाथ से हाथ जोड़ने की पहल और कोशिश की तरफ हमारा पहला कदम है, ताकि संकट के इस समय में हम मिलकर एक-दूसरे को गले लगा पाएं। एक-दूसरे की मदद करने की कोशिश शुरू कर पाएं। एक प्रयास मीडिया के साथियों द्वारा मीडिया के साथियों और उनके परिवारों के लिए।
इसके साथ ही इन पत्रकारों का यह भी कहना है, ‘यह समय मुश्किल के मझधार और संकट से अपने सहयोगियों को बाहर निकालने का है। हमारे ऐसे साथी जिस परिस्थिति से इस वक्त गुजर रहे हैं, वो समय किसी के लिए भी कभी भी आ सकता है। तो साथ आना जरूरी है। साथ खड़े होना जरूरी है। ताकि, नई नौकरी के अवसर दिलवाने में उनकी मदद के साथ हम उनको और उनके परिवार को किसी भी जरूरत पर आर्थिक मदद देने की भी तैयारी शुरू करें। उनके लिए एक फंड बनाने की तैयार शुरू हो चुकी है। कुछ सहयोगियों ने अपनी तरफ मदद की धनराशि जुटानी शुरू कर दी है।’
बताया जाता है कि ‘झप्पी’ कई प्रकार की सहायता सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करेगा, जिसमें मानव संसाधन परामर्श, नौकरी सोर्सिंग, वित्तीय मार्गदर्शन और सहायता, कौशल विकास, शिक्षा और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य परामर्श आदि शामिल हैं।