खाक़ी के बिगड़े बोल, राजधानी लखनऊ में फिर हुए पत्रकार अपमानित
प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दुबग्गा थाने के कोतवाल पर चढ़ा है खाकी का ऐसा रंग की आम जनता की फ़रियाद तो उनके कानो में जाती नहीं और पत्रकारों के सवाल करने पर उन्ही को फ़र्ज़ी मुक़दमे में फ़साने की धमकी दी जाती है –
ताजा मामला दुबग्गा कोतवाली का है जहां दो पक्षों में भयंकर मार पीट हुई एक पक्ष बुरी तरह से लहुलुहान हो गया और आराम फरमा रहे थानेदार के सामने घायल पीड़ित के पहुँचते ही कोतवाल साहब का पारा सातवें आसमान में पहुँच गया —
वर्दी का रौब और सिंह बने कोतवाल की शह पर किंग की भूमिका में अतिरिक्त प्रभारी राजेश कुमार भी गरज बरस रहे थे, एक तो आराम में रूकावट आयी दूसरे मीडियाकर्मियों को सामने देखकर दुबग्गा कोतवाल का पारा चढ़ गया और ऐसे में किसी पत्रकार ने खून से लथपथ पीड़ित की तहरीर दर्ज करने की बात पर सवाल पुछा ही था की कोतवाल साहब का पारा चढ़ गया और सजग प्रहरी की भूमिका निभाने वाले पत्रकारों पर ही अपना रौब दिखाने लगे —
मीडिया कर्मियों से अभद्रता और धमकाने का अंदाज़ तक ही मामला नहीं रुका बल्कि पत्रकारों को झूठे मुक़दमे में फ़साने कि धमकी दें डाली और घायल पीड़ित से अपने अंदाज़ और अपने हिसाब से मुक़दमा लिखवाने की बात दुहराते रहे — कोतवाल साहब जिस अंदाज़ से पीड़ित से किसी वकील का नाम मुक़दमे में लिखवाने पर अड़े थे उससे लगता है की भविष्य में किसी अन्य पीड़ित से पत्रकारों पर भी फ़र्ज़ी मुक़दमा दर्ज कराया जा सकता है और पत्रकारों का उत्पीड़न कोतवाल साहब के हाथो कभी भी संभव है —