कथावाचक ने बोला था- अवनीश, जमीन पर हाथ नहीं डालना, जानिए पूरा मामला
शहर के एक चर्चित कथावाचक हैं, जो विदेशों तक अपनी कथा कह चुके हैं। कुछ समय पहले अवनीश दीक्षित उनके कार्यक्रमों को मीडिया के माध्यम से प्रकाशित करवाता था। कथावाचक भी आए दिन अपनी विदेशों तक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते थे। लेकिन अवनीश के कब्जाकांड और जेल जाने के बाद से वह भी भूमिगत हो गए हैं।
सिविल लाइंस स्थित मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की 1000 करोड़ की बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित जेल में बंद है। भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि जुलाई माह की शुरुआत में अवनीश के बेहद करीबी शहर के चर्चित कथावाचक ने उसे जमीन के काम में हाथ डालने के लिए साफ मना किया था।
लेकिन इसके बाद भी रसूख और करोड़ों के वारे न्यारे के खेल में सब को पीछे छोड़ दिया। लिहाजा कुछ दिन बाद 28 जुलाई को अपने साथियों के साथ जमीन पर कब्जे करने गया और गार्ड संजय को बंधक बना लिया और डीवीआर गायब कर दिया। इससे दूसरे पक्ष ने विरोध जताते हुए मिशनिरी तक तुरंत शिकायत कर दी थी। मामले में कुछ ही देर में विदेश से राजधानी में बजे फोन की घंटियों ने अवनीश की मुश्किलें बढ़ा दी। इसके बाद लेखपाल और वादी की ओर से दो एफआईआर दर्ज कर रात में ही क्रिस्टल पार्किंग से गिरफ्तारी कर ली गई।
शहर के एक चर्चित कथावाचक हैं, जो विदेशों तक अपनी कथा कह चुके हैं। कुछ समय पहले अवनीश दीक्षित उनके कार्यक्रमों को मीडिया के माध्यम से प्रकाशित करवाता था। कथावाचक भी आए दिन अपनी विदेशों तक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते थे। लेकिन अवनीश के कब्जाकांड और जेल जाने के बाद से वह भी भूमिगत हो गए हैं।
पिछले एक माह से वह किसी भी कार्यक्रम और मीडिया प्लेटफार्म पर नजर नहीं आए। कमिश्नरेट पुलिस की रडार से हर हाल में बचने के लिए वह अपने को बचा रहे हैं। अवनीश पर पूर्व में कुल 7 मकुदमे दर्ज थे। लेकिन कब्जा करने के मामले में 8 वीं रिपोर्ट लिखी गई। जमीन के काम में हाथ डालने के कारण 1 माह के भीतर उस पर 9 और मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, इससे मुश्किलें बढ़ती चली गईं।