कानपुर में वसूली करने के आरोप में एक और पत्रकार पर रिपोर्ट दर्ज…जानिए पूरा मामला
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर मनीष सिंह नोडल अधिकारी पीएमएसएसवाई ने स्वरूप नगर थाने में दर्ज एफआईआर में बताया कि जगदीप अवस्थी उर्फ जग्गू निवासी अज्ञात स्वयं को पत्रकार बताते हैं। वह आए दिन हैलट अस्पताल परिसर में स्थित न्यूरोसाइंस भवन में संचालित न्यूरोसर्जरी विभाग, पीएमएसएसवाई के अंतर्गत नवनिर्मित सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक, ट्रामा सेंटर के आईसीयू व वार्डों में आते हैं व रोगियों को भ्रमित करते हैं।
स्वरूप नगर थानाक्षेत्र में स्थित हैलट अस्पताल में रोगियों, तीमारादारों को नर्सिंग होम में अच्छा इलाज का लालच देने वाले और साइकिल स्टैंड संचालक से धन उगाही के आरोप में डॉक्टर मनीष सिंह नोडल अधिकारी पीएमएसएसवाई ने पत्रकार जगदीश अवस्थी उर्फ जग्गू के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर मनीष सिंह नोडल अधिकारी पीएमएसएसवाई ने स्वरूप नगर थाने में दर्ज एफआईआर में बताया कि जगदीप अवस्थी उर्फ जग्गू निवासी अज्ञात स्वयं को पत्रकार बताते हैं। वह आए दिन हैलट अस्पताल परिसर में स्थित न्यूरोसाइंस भवन में संचालित न्यूरोसर्जरी विभाग, पीएमएसएसवाई के अंतर्गत नवनिर्मित सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक, ट्रामा सेंटर के आईसीयू व वार्डों में आते हैं व रोगियों को भ्रमित करते हैं।
आरोप है कि जगदीश रोगियों और तीमारदारों को उचित इलाज कराने के बदले रुपयों की मांग करते हैं, जिसकी लगातार शिकायतें मिल रही हैं। साथ ही रोगियों को प्राइवेट नर्सिंग होम में जाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। आरोप लगाया कि जगदीश की सांठगांठ प्राइवेट एंबुलेंस चालकों से भी है। जिनके माध्यम से रोगियों को प्राइवेट नर्सिंग होम में ले जाकर रोगियों से मनमाने तरीके से धनराशि की वसूली की जाती है। जिसकी धनराशि आपस में बांट ली जाती है।
जगदीप अवस्थी उर्फ जग्गू ओपीडी में आने वाले रोगियों को हैलट के बाहर से कीमती दवाएं खरीदने को भी दबाव बनाते हैं। जिससे उन्हें मेडिकल स्टोरों से कमीशन भी प्राप्त होता है। डॉ मनीष सिंह ने जिसके साक्ष्य के रूप में फोटो भी शिकायती पत्र में दी है। फोटो में जगदीप अवस्थी उर्फ जग्गू मां मेडिकल स्टोर के कैश काउंटर के अंदर दिखाई दे रहे हैं।
प्रतिबंधित जगह घुसकर खींचते हैं फोटो
डॉ मनीष सिंह का आरोप है, कि इमरजेंसी व ट्रामा सेंटर जैसे स्थान जो संक्रमण के दृष्टिगत प्रतिबन्धित स्थान होता है। वहां जगदीश अवस्थी बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति के प्रवेश कर जाते हैं। तीमारदारों तथा उच्चाधिकारियो की अनुमति के बिना रोगियों की फोटो खींचते है, जोकि नियमो के प्रतिकूल एवं अशोभनीय है। क्योंकि किसी भी रोगी व तीमारदारों की अनुमति के बिना रोगी की पहचान व फोटो उजागर करना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।
आरोप है, कि जगदीप अवस्थी उर्फ जग्गू आकस्मिक विभाग में ब्रेन इंजरी के गम्भीर रोगियों की बिना अनुमति के तस्वीरे खींचते है, जबकि इसके सम्बन्ध में उनको कई बार मौखिक रूप से अवगत कराया जा चुका है कि कमरे की फलैश लाइट से रोगियों को मिर्गी के दौरे पड़ सकते है। जिससे रोगी की जान को भी खतरा हो सकता है।
यह भी आरोप है, कि जगदीप अवस्थी उर्फ जग्गू हैलट में साइकिल स्टैंड संचालकों से वसूली करते हैं। यह भी संज्ञान में आया है कि जगदीप रोगियों की तस्वीरें खींचकर उनको ब्लैकमेल करवाके पैसों की मांग करता है। पूर्व में भूतपूर्व प्रधानाचार्य ने इनके उक्त कृत्यों को संज्ञान में लेते हुए थाने में तहरीर दी थी।
डॉक्टर ने एफआईआर में आगे आरोप लगाया कि जगदीप अवस्थी स्ट्रेचर से ले जाए जा रहे रोगियों को उनके तीमारदारों की गोद में रखवाकर उसी अवस्था में रोगियों की तस्वीरे लेते हैं। वीडियो बनाते हैं और उनको न्यूज चैनलों को भेज देते हैं। समचार पत्रों तथा न्यूज चैनलों में भ्रामक सूचनाएं प्रकाशित करवाते हैं। जिससे शासन प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है।
इस संबंध में स्वरूप नगर इंस्पेक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि डॉक्टर मनीष सिंह नोडल अधिकारी पीएमएसवाई की तहरीर पर आरोपी जगदीश अवस्थी उर्फ जग्गू पत्रकार के खिलाफ रंगदारी, सरकारी कार्य में बाधा, धोखाधड़ी में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।