राजधानी में गुंडों का आतंक, थाने के निकट पत्रकार नवलकांत पर जानलेवा हमला
योगी-सरकार पर प्रशासन भले ही अपने गाल बजाते हुए कानून-व्यवस्था का डंका बजाता रहे, लेकिन हकीकत यह है कि अकेले राजधानी लखनऊ में भी अराजकताओं और गुण्डागर्दी की वादरदातें लगातार उरूज पर चढ़ती जा रही हैं। बीती रात लखनऊ के एक वरिष्ठ पत्रकार नवलकांत सिन्हा पर गुण्डों ने हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। हालत यह है कि गाजीपुर के भूतनाथ के पास रात करीब 11 बजे तक यह गुण्डे नवलकांत की पिटाई कर उन्हें गम्भीर चोटें पहुंचाते रहे, गालियां देते रहे, लेकिन लम्बे समय तक पुलिस मौके पर नदारत ही रही।
इस हादसे में नवल कांत को सिर और आंख पर गहरी चोटों आयी हैं। आपको बता दें कि नवलकांत सिन्हा की पहचान एक सुशील और हंसमुख व्यक्ति की है। इस हादसे की खबर सुन कर किसी के कानों पर विश्वास ही नहीं आया कि नवल पर इस तरह कोई भी शख्स कोई हमला कर भी सकता है। बहरहाल, इस हादसे में नवल के सिर और माथे तथा आंखों पर गहरी चोटें आयी हैं। डॉक्टरों के अनुसार उनके आंख के पास पांच टांके लगाये गये हैं।
गाजीपुर थाने में नवल जी ने जो तहरीर दी है, वह इस प्रकार है….
महोदय
आप को अवगत कराना है कि प्रार्थी रात्रि क़रीब 10.40 बजे के क़रीब कार्यालय का काम निपटा कर अपने आवास की ओर जा रहा था, कि हुसड़िया चौराहे के समीप एक सफेद रंग की सफारी कार यूपी 32 डीई 0444 ने मेरी कार के दाहिने तरफ से पिछले हिस्से में सफारी का अगला बम्पर रगड़ खा गया उसमें बैठे लोगों ने गालियां देना शुरू कर दिया तो मैंने अपने गाड़ी शहीद पथ पर बढ़ा दी। वो लोग मेरी कार का पीछा करने लगे। वहां सन्नाटा होने की वजह से मैंने कार नही रोकी। भूतनाथ के पास वोडाफोन स्टोर के करीब लोगों को देखकर मैंने कार रोकी।
पीछे से उतरे सफारी के लोगों ने मुझे गाली देना शुरू कर दिया। उल्टा मुझ पर कार रगड़ने का आरोप लगाया और पैसे की मांग करने लगे। इसके बाद इन लोगों ने मेरे पर्स में रखा सात सौ रुपया निकलवा लिया। फिर और पैसे की मांग की। मैंने थाने चलने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया। बाद में कहा कि चलो कार बनने के बाद पैसे ले लेंगे लेकिन घर दिखा दो। फिर मेरी गाड़ी के पीछे सफारी लगाकर मेरे घर तक पहुंच गए और यहां फिर आक्रामक हो गए। कहने लगे कि घर से बीस हज़ार रुपये लाकर दो। मेरे ये कहने पर की घर में पैसे नही है, आक्रामक हो गए और असलहे लहराने लगे और मुझे सफारी ने बैठाने की कोशिश करने लगे।
असफल होने पर उनमें से एक ने जान से मारने की नीयत से असलहे की बट से हमला कर दिया। और फिर तेज गति से भाग गए। इस हमले में प्रार्थी के सिर और आँख में गंभीर चोट आने की वजह बदहवासी की हालात में गिर पड़ा। होश में आने के बाद प्रार्थी ने हॉस्पिटल पहुँच कर इलाज कराया प्रार्थी के सर में पांच टाँके लगे हैं। जिस की वजह रात में यह स्थिति नहीं थी कि थाने पहुँच कर मुक़दमा पंजीकृत करा सकूँ। प्रार्थी की वर्तमान स्थिति में गंभीर है। इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए हमलावरों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज कराया जाना नितांत आवश्यक है। अतः आप से विनम्र अनुरोध है कि आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा पंजीकृत करते हुए आरोपियों (हमलावरों) के विरुद्ध दण्डनीय कार्यवाही करने का कष्ट करें।
धन्यवाद
नवलकान्त सिन्हा