हमास का समर्थन करने वाले छह पत्रकारों को BBC ने किया ऑफ एयर, शुरू की जांच
बीबीसी ने मिडिल ईस्ट में अपने छह पत्रकारों को हिरासत ऑफ एयर कर दिया है और सोशल मीडिया पर किए गए इन पत्रकारों के पोस्ट की जांच शुरू कर दी है
बीबीसी कथित अनिष्पक्षता को लेकर विवाद में तब घिर गया, जब मिडिल ईस्ट स्थित उसके कुछ पत्रकार अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हमास द्वारा इजरायली नागरिकों की हत्या को उचित ठहराते नजर आए। हालांकि मामला संज्ञान में आते ही बीबीसी ने मिडिल ईस्ट में अपने छह पत्रकारों को ऑफ एयर कर दिया है और सोशल मीडिया पर किए गए इन पत्रकारों के उन पोस्ट की जांच शुरू कर दी है, जो इजरायल के खिलाफ व हमास की गतिविधियों का समर्थन करते प्रतीत होते थे।
बता दें कि ये पत्रकार इजरायल पर किए हमास के हमले का जश्न मना रहे थे, जिसमें लगभग 1,300 इजरायली लोग मारे गए थे। इतना ही नहीं इन पत्रकारों ने आतंकवादी संगठन हमास की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों से की थी। साथ ही इन पत्रकारों ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले को “उम्मीद की सुबह” (morning of hope) करार दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पत्रकारों द्वारा उठाया गया यह कदम बीबीसी के निष्पक्षता के कड़े नियमों के खिलाफ है। बीबीसी के ये नियम सोशल मीडिया पर उसके पत्रकारों की गतिविधियों को भी कवर करते हैं।
बीबीसी न्यूज के जिन अरबी पत्रकारों ने पोस्ट लिखी या लाइक किए, उनमें मिस्र और लेबनान स्थित पत्रकार भी शामिल थे। ये सभी पत्रकार फिलिस्तीन का समर्थन करते या इजरायल की स्थिति की आलोचना करते थे।
वहीं, बीबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम इस मामले की तत्काल जांच कर रहे हैं। हम अपने संपादकीय और सोशल मीडिया दिशानिर्देशों के उल्लंघन के आरोपों को अत्यंत गंभीरता से लेते हैं और यदि हमें उल्लंघन मिलता है, तो निश्चित ही हम कार्रवाई करेंगे, जिसमें अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शामिल है।