प्रिंट मीडिया
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विधानसभा कैंटीन से धक्के मारकर खदेड़े गए पत्रकार, अफसरों ने उड़ाई हंसी, पत्रकारों के हाथ से छीन ली गई खाने की प्लेटें
विधानसभा में कुछ मंत्रियों के इशारे पर पत्रकारों के साथ इस दशक का सबसे बुरा बर्ताव हुआ। विधानसभा में पत्रकारों…
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4पीएम पर हमले का सच: पड़ोसियों के बीच हुई एक हल्की सी झड़प को संजय शर्मा ने पत्रकारिता हुआ जघन्य हमला बताकर किया हंगामा
राजधानी के गोमती नगर इलाके में स्थित एक छापाखाना के दफ्तर के बाहर आपस में ही पड़ोसियों के बीच एक…
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‘चौथी दुनिया’ के प्रधान संपादक संतोष भारतीय जी ने अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल के सुसाइड नोट पर जो लिखा वो सैल्यूट करने के लायक है, यह साहस ‘चौथी दुनिया’ ही कर सकता है…
प्रभात रंजन दीन जी के फेसबुक वाल से सभार साथियो! आपको याद होगा कुछ दिनों पहले अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री…
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पठानिया जी का अंतिम संदेश- ”जिंदगी बहुत खूबसूरत है, लेकिन अपनों के बिना तू अच्छी नहीं लगती”
भला ऐसे भी कोई जाता है… : जिंदगी बहुत खूबसूरत है, लेकिन अपनों के बिना तू अच्छी नहीं लगती। मेरे व्हाट्सएप…
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नहीं रहे धर्मशाला के वरिष्ठ पत्रकार राकेश पठानिया
एक कलमकार की मौत और सौ सवाल : कहने को तो अब हिमाचल प्रदेश का शहर धर्मशाला प्रदेश की दूसरी राजधानी…
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रमन सिंह ने रायपुर से दैनिक भास्कर का डेरा-डंडा उखाड़ने का आदेश दिया!
दैनिक भास्कर, रायपुर को 1985 में कांग्रेस द्वारा प्रेस लगाने के लिए (अविभाजित मध्य प्रदेश में) पट्टे पर दी गई…
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मैं संपादक विनोद शुक्ल के लिए थोड़ी बेहतर नस्ल के कुत्ते से ज्यादा कुछ नहीं था : राघवेंद्र दुबे
रामेश्वर पाण्डेय ‘काका’ की 10 जून की एक पोस्ट याद आयी। उन्होंने लिखा है– 1) मालिक ने कहा हम पर…
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संतोष भारतीय का चम्मच रामपाल सिंह भदौरिया दे रहा पत्रकार को धमकी
चौथी दुनिया की स्थिति बदतर होती जा रही है। कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं दिया जाता है। किसी भी…
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अपने खिलाफ लेख छपने पर विधानसभा अध्यक्ष ने संपादकों को सुनाई जेल की सजा, दिग्गज खामोश क्यों
कर्नाटक के कुछ विधायकों के खिलाफ तीखे लेख लिखने पर विधानसभा अध्यक्ष इतने आग-बबूला हुए कि वहां के जाने-माने पत्रकार…
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अखबारों में सिंगल कालम जगह के लायक भी नहीं होते पत्रकार…क्यों
नगरनिगम के कर्मी दो महीने से तनख्वाह न मिले तो उनका संघर्ष अखबारों की सुर्खियां बनता है लेकिन कई महीनों…
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