न्याय की बात करने वाले राहुल गांधी नहीं दे सके राधिका खेड़ा को न्याय: अशोक श्रीवास्तव
कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने कहा कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता है और इसलिए मेरा भी विरोध किया गया।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को लगातार अपने ही नेताओं की तरफ से बड़े आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर आई है। राधिका खेड़ा ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, ‘राधिका खेड़ा ने इस्तीफा देते हुए कहा है कि वो राम लला के दर्शन करने राम मंदिर गई थीं और तब से ही पार्टी में उन्हें परेशान किया जा रहा था। कांग्रेस के घोषणा पत्र का नाम न्याय पत्र है, पर दो दशक तक पार्टी की सेवा करने वालीं राधिका को राहुल गांधी न्याय नहीं दिला सके।’
आपको बता दें कि राधिका ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के एक नेता सुशील आनंद शुक्ला ने अपने दो साथियों के साथ रायपुर के पार्टी ऑफिस में उनके साथ अभद्रता करने की कोशिश की। लेकिन जब उन्होंने इसके बारे में पार्टी के शीर्ष नेताओं को जानकारी दी, तब आरोपी नेताओं के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
राधिका खेड़ा ने अपने इस्तीफे में लिखा कि हर हिंदू के लिए प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है। रामलला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
राधिका खेड़ा ने इस्तीफा देते हुए कहा है कि वो राम लला के दर्शन करने #राम_मंदिर गई थीं और तब से ही पार्टी में उन्हें परेशान किया जा रहा था।
कांग्रेस के घोषणा पत्र का नाम न्याय पत्र है, पर दो दशक तक पार्टी की सेवा करने वालीं राधिका को राहुल गांधी न्याय नहीं दिला सके। https://t.co/esgkL9P2to— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) May 5, 2024