जनसंदेश लखनऊ से जल्द कई और भी हटाये जायेंगे !
जनसंदेश लखनऊ में इस समय बड़ी उहापोह की स्थिति बनी हुई है। कोई संस्थान छोड़ कर जा रहा है तो कुछ को मैनेजमेंट खुद निकाल रहा है। समझ नहीं आ राहा जनसंदेश में इतना उथलपुथल क्यों मचा है। अभी एक तरफ मैनेजमेंट में बड़े फेरबदल की बात चल ही रही थी कि अब वहीं कर्मचारियें को निकालने की बात सामने आने लगी है। इस संदर्भ में जब हमने संस्थान के एचआर विभाग के एक कर्मचारी से बात की तो उसने भी इस बात की पुष्टïी की कि हा संपादकीय विभाग से कुछ लोगों को बाहर का रास्ता विनीत मौर्या दिखाने वाले हैं। जब एचआर के उस कर्मचारी से हटाये जाने वाले उन कर्मचारियों का नाम पूछा गया तो उसने बस इतना ही कहा कि नाम तो मै आप को नहीं बता सकता लेकिन जो लोग बाहर किये जायेंगे वो ज्यादातर संपादकीय विभाग के ही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विनीत मौर्या संपादकीय विभाग के कार्य से संतुष्टï नहीं हैं। विनीत मौर्या का यह मानना है कि संपादकीय विभाग में कुछ ऐसे लोग हैं जो संस्थान विरोधी कार्यों में लिप्त हैं जिसके चलते सेस्थान का काफी नुकसान हो रहा है। इसी के चलते ऐसे लोग संस्थान से हटाये जा सकते हैं। पूरे बात का लब्बो-लुआब यह है कि संपादकीय विभाग से कुछ लोगों का जाना तय है।