शेखर पंडित की मुहिम पर लगी मोहर, एक समिति, एक चुनाव पर बनी सहमति

शेखर पंडित द्वारा जारी अपील:- पत्रकारो की एकता और एक चुनाव के लिये आवश्यक है आज होने वाली बैठक लेकिन उससे महत्वपूर्ण है 13 जुलाई की बैठक भी, अहम और वहम के चलते दो चुनाव न हों इसके लिए महत्वपूर्ण है कल की बैठक के उपरांत 13 जुलाई में सभी पत्रकार साथी उपस्थित होकर लिए गए निर्णयों से समिति के पूर्व पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए उनकी भी सहमति प्राप्त करने का प्रयास करें

ऑल इंडिया न्यूज़पेपर एसोसिएशन, आईना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आईना पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शेखर के प्रयासों की सराहना करते हुए आगामी चुनाव में उनको विजयी होने के अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की 

उत्तर प्रदेश के राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकारों की समिति के चुनाव को लेकर चल रही उठा पठक पर विराम लगते हुए दिखाई दे रहा है और 2 साल से चल रहे चुनाव भी सितंबर माह में संपन्न होते दिखाई दे रहे हैं। जहां ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मान्यता समिति दो गुटों में बट जाएगी वही पंडित के प्रयासों एवं मुहीम पर सभी पत्रकार सहमत दिखाई दे रहे हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकारों के चुनाव पर सहमति बनते दिखाई दे रही है
शेखर पंडित द्वारा जारी अपील:- पत्रकारो की एकता और एक चुनाव के लिये आवश्यक है आज होने वाली बैठक लेकिन उससे महत्वपूर्ण है 13 जुलाई की बैठक भी, अहम और वहम के चलते दो चुनाव न हों इसके लिए महत्वपूर्ण है कल की बैठक के उपरांत 13 जुलाई में सभी पत्रकार साथी उपस्थित होकर लिए गए निर्णयों से समिति के पूर्व पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए उनकी भी सहमति प्राप्त करने का प्रयास करें
सभी एक है और सामूहिक प्रयास से अहम और वहम दोनों समाप्त होंगे, जिससे चुनाव सौहार्दयपूर्ण वातावरण में सम्पन्न होगा।
अभी देर नहीं हुई है विचार करें ……
शेखर पंडित
🙏🙏🙏🙏
पत्रकार एकता जिंदाबाद है जिंदाबाद रहेगी बस संयम जरूरी है आक्रोश को त्यागना उससे भी ज्यादा

प्रिय सम्मानित पत्रकार साथियो उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति
एनेक्सी मीडिया सेन्टर.लखनऊ
साथियो आप सभी अवगत होगें कि नये निर्वाचन के लिये एक जीवीएम की वैठक.1जुलाई.2024 को 4 बजे एनेक्सी मीडिया सेन्टर में आहूत की गई थी जो मौजूदा मान्यता प्राप्त पत्रकारो की सख्या से 10 प्रतिशत से अधिक सदस्यो ने उपस्थित होकर एक बड़ी वैठक की और आम सभा का कोरम भी पूरा करके नये चुनाव की तिथि के निर्धारण का अधिकार हांसिल किया था।
किसी भी समिति (संस्था)का महत्वपूर्ण निर्णय आम सभा की र्केठक में ही होता हैं न कि किसी बद कमरे में निर्वतमान कुछ पदाधिकारियो के साथ वैठकर लिया जाये और वो भी जो पूर्व पदाधिकारी जिनका कार्यकाल मार्च 23 में समाप्त हो चुका हो और अगली तारीख 13 जुलाई की गईंहो।
पहले तो आप टेक्नीकल आधार पर वैठक बुला ही नहीं सकते क्योकि आप मार्च 23 में आपको पूर्व निर्वाचन में मिले प्रमाण पत्र में साफ साफ लिखा है कि कार्यकाल की अंतिम तिथि के बाद स्वतःआपका कार्यकाल समाप्त माना जायेगा।आपकी निर्वाचित कमेटी कोई भी वैठक कार्यकाल समाप्त होने के पहले बुलाती या तुरन्त कार्यकालसंमाप्त होने के बाद आम सभा.की वैठक बुलाती तो वह संवैधानिक वैठक होती।लेकिन आपने 16 महिने तक कोई वैठक नही की आप तो आपने पद में चिपके रहने और पद लालसा में आम सभा की वैठक बुलाना भूल गये या जानबूझ कर चुनाव टालते रहना ही आपका मकसद था।
अगर सभी सम्मानित सदस्यो ने 1 जुलाई की आम सभा की वैठक का एलान और आहूत न की होती तो आप 2 जुलाई को भी पदाधिकारियो की वैठक नहीं करते क्योकि.आप की साफ मशा थी चुनाव टालना।
चलो हम तमाम साथियो के सुझाव का सम्मान करके आपसी सहमति और कमेटी दो फाड़ में न हो उसको बचाने के लिये.13 जुलाई की वैठक को मान भी लेते है तो जरूरी है कि यह वैठक आम सभा की वैठक हो न कि बंद कमरे में कुछ लोगो द्वारा लिया गया निर्णय हो। साथ ही जो भी नया चुनाव आयोग का गठन हो वह पूरी पारदर्शिता और सभी की सहमति से साफ सुथरा हो। जो भी निर्णय हो उसमे 1 जुलाई को वुलाई गई आम सभा की वैठक में पारित प्रस्ताव और दी ग़ई चार तारीखो और आज घोषित 7 चुनाव संचालित समिति से बिचार विमर्स करके ही निर्णय हो वही मान्य होगा।क्योकि आम सभा में आये सभी सम्मानित सदस्य पारदर्शी चुनाव नया आयोग और 11 अगस्त के पहले चुनाव की तारिख चाहते है।
1 जुलाई की आम सभा के अधिकार और नये चुनाव तुरन्त और पारदर्शो हो उसके लिये एक सात सदस्यी समिति बनाई जा रही है जो 13 की वैठक में अगर जीवीएम नहीं होती है तो 15 जुलाई तक नये चुनाव कार्यक्रम का एलान स्वतः कर देगा।
एक चुनाव हो एक कमेटी हो और चुनाव पारदर्शो जल्दी हो यही मंशा सभी पत्रकारो की है।चुनाव किसी सूरत में टाले न जाये।नये चुनाव 11 अगस्त के पहले हो न कि सितम्बर तक निर्वाचन टाला जाये। यह सभी बाते 1 जुलाई की आहूत आम सभा की वैठक में आये सदस्यो की मशा है।किसी भी सस्था में.आम सहमति तभी होती है जब दूसरा पक्ष अंहकार दंभ और जिद्द न करके सभी सदस्यो की भावना को समझे।एक कमेटी एक चुनाव तभी संभव है जब एक तरफा फैंसला न हो।एक तरफा फैसला हमेशा विघटन और विद्धेश्य पैदा करता है। धन्यवाद।🙏🏻🙏🏻
सात सदस्यी चुनाव संचालन समिति का एलान
1.सर्वेश कुमार सिंह
2.भाषकर दुबे
3 देवकी नन्दन मिश्रा
4.रति भान त्रिपाठी
5 नीरज श्रीवास्तव
6 प्रभात त्रिपाठी
7 शेखर श्रीवास्तव
यह चुनाव संचालन समिति 1 जुलाई को हुई आम सभा की वैठक के आगें के कार्यक्रम और आम सहमति स्थापित करके नये निर्वाचन 2024-25 के चुनाव की तिथि और मतदान कराने तक काम करेगी।
नोट;- 13 जुलाई 2024 की बुलाई गई वैठक अगर आम सभा की वैठक नही हुई और नये निर्वाचन की तारीख 12 अगस्त 2024 के बाद तक टाली गई तो आज घोषित निर्वाचन समिति 15 जुलाई 2024 को चुनाव कार्यक्रम घोषित कर देगी।
प्रभात त्रिपाठी
उतर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति
एनेक्सी मीडिया सेन्टर
लखनऊ 9450410050

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