हिंदुस्तान, बदायूं का रिपोर्टर स्वर्ग जाकर कर रहा इंटरव्यू
बेटे के कातिलों की सजा सुनते ही जिंदा हो गई माँ। जी हां सुनने में ये अटपटा जरूर है लेकिन हिंदुस्तान, बदायूं के रिपोर्टरों ने ये कमाल दिखाया है. नौ दिसम्बर
को कोर्ट ने बदायूं के सपा जिला सचिव, उनके भाई को फांसी की सजा सुनाई. दो दलितों की हत्या में दोनों दोषी पाए गए थे. सचिव के बेटों को भी उम्र कैद की सजा
सुनाई गई. हिंदुस्तान दस दिसम्बर के अंक में पेज नंबर दो पर छपी खबर में एक जगह बताया गया कि जिसकी हत्या हुई थी उसकी माँ की मौत न्याय के इंतजार में
इसी साल जून में हो गई. जबकी इसी पेज पर न्याय पर भरोसा हेडिंग से छपी खबर में मरी माँ जिंदा हो गई. केवल इतना ही नहीं सजा सुनाये जाने के बाद रिपोर्टर बाकायदा जिनकी हत्या हुई थी उनके घर जाता है.दरवाजे पर ही उनकी मरी हुई माँ बैठी मिलती है. उसके चेहरे पर सूकून है और रिपोर्टर उसका इंटरव्यू भी कर लाता है.
ये उस अखबार का हाल है देश का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ अखबार कहा जाता है. इसके रिपोर्टर भी इतने तेज़ हैं कि स्वर्ग से भी इंटरव्यू कर ला रहे हैं. डेस्क वाले तो
भांग खाकर बैठे हैं.
बदायूं से एक पत्रकार की रिपोर्ट