आगरा में एक अफसर ने बना दी मीडिया की रेल
आगरा में एक सरकारी अधिकारी ने पूरी मीडिया की रेल बना दी। मामला संजय प्लेस में 3300 स्क्वायर भूखंड को लेकर था जिसपर कई माननीयों की नजर लगी हुई थी। बताया जा रहा है कि सपा के कद्दावर नेता ने इस बाबत अधिकारियों को धमकाया और करोड़ों की जमीन को कौड़ियों के भाव में खरीद लिया। इसके लिए बकायदा आगरा की मीडिया को खरीदा गया। हालांकि इस मामले में अमर उजाला ही एक ऐसा घराना रहा जो इस खबर को तरजीह दी, जगह दी, नहीं तो सारे अखबार क्या हो जागरण या क्या हो हिंदुस्तान। सबने इस मामले में चुप्पी साध ली और आगरा में कानून का खुला उल्लंघन होता देखते रहे। चूंकि सी एक्सप्रेस, कल्पतरू एक्सप्रेस और पुष्प सवेरा खुद रीयल स्टेट और अन्य धंधों में संलिप्त हैं इसलिए उन्होंने इस बाबत कोई खबर नहीं छापी। क्योंकि माननीयों ने इन बिल्डर मालिकों और अखबार मालिकों को धमकी दी थी कि वे इस बाबत अपना मुंह बंद ही रखे तो अच्छा होगा। यानी ताकत के आगे सभी बौने बने रहे।
सूत्र बता रहे हैं कि इस प्राधिकरण की जमीन की कीमत कम से कम एक लाख स्क्वायर फीट के हिसाब से लगता पर ये 67 हजार में भी बेच दी गई। संजय प्लेस को आगरा का कनाट प्लेस माना जाता है। वहां जमीन इस समय लाखों में बिक रही है। सूत्र बता रहे हैं कि एक सरकारी अधिकारी को मीडिया को मैनेज करने के लिए लगाया गया। उसने सभी अखबारों को खुला आफर दिया। कुछ ने मान लिया और कुछ डर खबर नहीं छापी। केवल अमर उजाला ही एक ऐसा अखबार है जहां यह खबर छपी। हालांकि वह भी पूरी तरह से मुहिम नहीं चला पाया पर उसने जितना भी किया तारीफ-ए-काबिल है। पर उसे लगातार मुहिम चलाकर प्राधिकरण पर इतना दबाव बनाना चाहिए था कि यह आक्शन रद्द हो जाता। बताया जा रहा है कि इस आक्शन का कुछ हिस्सा सपा के ही एक बड़े नेता के पास पहुंचा है। और कुछ माल मीडिया के मैनेजरों के हाथों लगा है।