गोपाल राय को बताना चाहिए दलाली करने वाले पत्रकारों का नाम
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद जिस तरह दिल्ली सचिवालय के भीतर मीडिया के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, इस रोक को दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने जायज ठहराया है। बुधवार सुबह वे अपने विधानसभा क्षेत्र बाबरपुर में जनता की समस्या सुन रहे थे, तभी एक पत्रकार ने दिल्ली सचिवालय में मीडिया के प्रवेश पर लगी रोक के संबंध में सवाल पूछा, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे पत्रकार हैं, जो गलियारों में घुस कर दलाली करते थे। इनको अब दिक्कत हो रही है। दलाली के धंधे को सचिवालय में बंद करेंगे। हालांकि नाम नहीं बताया उन्हें नाम बताने चाहिए थे।
दिल्ली सरकार में बतौर मंत्री के बयान पर मीडिया कर्मियों ने रोष जताया, वहीं अन्य दलों ने भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। भाजपा विधायक दल के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि सचिवालय में मीडिया के साथ जो हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रेस की आजादी का सरासर उल्लंघन है। प्रचंड बहुमत के साथ जनता ने आम आदमी पार्टी को सत्ता में बिठाया है तो उन्हें छिपकर काम करने की क्या जरूरत है। प्रदेश अध्यक्ष भाजपा नई सरकार द्वारा सचिवालय परिसर में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध का कड़ा विरोध करती है। मालूम हो कि इससे पहले दिल्ली में जब आप की 49 दिनों की सरकार बनी थी, तब पार्टी नेता व मंत्रियों ने पत्रकारों से ऐसा ही सुलूक किया था। दूसरी बार सत्ता में आने के बाद सोमवार को अरविंद केजरीवाल सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई तो उसके बाद मीडिया से मुखातिब होने आए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से जब मीडिया ने इस मामले में सफाई चाही तो वे खफा होकर वहा से चले गए। मीडिया के फोटोग्राफर बैठक की फोटो लेना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी गई। उन्हें कहा गया कि वह प्रेस रूम में ही बैठे रहे, जहां उन्हें बैठक की जानकारी दे दी जाएगी। इससे मीडियाकर्मी भड़क गए थे।