ब्लू फिल्म से लाल हुआ जेएनयू
क्या जेएनयू पोर्न फिल्मों और एस्कार्ट सप्लाई का नया अड्डा तो नहीं बन गया
देश का सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय. देश में जनवादी आंदोलनों का वैचारिक गढ़. स्त्री पुरुष संबंधों में पारदर्शी परिभाषा का दंभ. कई किलोमीटर में फैला कैंपस. आजादी से घूमते नौजवान लड़के और लड़कियां. कोई किसी भी पृष्ठभूमि से आये दिल्ली का जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय उसे खुलकर जीना सिखा देता है. किसी दौर में देश में बौद्धिक आतंक कायम करनेवाला जेएनयू अब एक और रिकार्ड कायम कर रहा है. जेएनयू ब्लू फिल्में बनाने का नया गढ़ बन गया है.
पिछले चार पांच महीने से जेएनयू 25 मिनट के एक नीले विडियो ने लाल कर रखा है. जेएनयू में इस नीले वीडियो के बारे में शासन प्रशासन से लेकर छात्र संघों तक सबको पता है लेकिन जेएनयू को “नीले” कारोबार का अड्डा बनाने में लगे लोगों का कोई कुछ नहीं बिगाड़ पा रहा है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को कलंकित करता यह वीडियो पिछले कई महीनों से कैंपस में चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन अब तक संबंधित व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. जो विडियो सार्वजनिक हुआ है उसे बनानेवाला भी कोई और नहीं खुद वह लड़का है जो जेएनयू में ही पढ़नेवाली एक लड़की को ताप्ती हास्टल के अपने कमरे में लेकर आता है. पहले उसे ब्लू फिल्म दिखाकर लाल करता है फिर खुद उसको धोखे में रखकर उसके साथ ब्लू फिल्म बनाता है. देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में हुई इस घटना की पर्तों की पड़ताल के दौरान कई आश्चर्यजनक सूचनाएं छनकर बाहर आने लगी हैं. जेएनयू से जुड़े सूत्र बताते हैं कि दो साल पहले जेएनयू में एक एमएमएस काण्ड हुआ था. लेकिन उस वक्त इस मामले को बहुत तूल देने से हर किसी ने ऐतराज किया. वैसे भी जेएनयू का कैंपस माहौल ऐसा है जिसमें लड़के लड़किया आपस में सहमति से साथ रहते भी हैं. यहां के कुछ हॉस्टल ऐसे हैं जहां लड़कियों के आने जाने पर सैद्धांतिक तौर पर भले ही रोक हो लेकिन व्यावहारिक तौर पर इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता. लेकिन कैंपस के इसी खुलेपन को यहां वेश्यावृत्ति में तब्दील किया जा रहा है. ऐसी अफवाहें हैं कि कुछ लोग कैंपस के खुलेपन और आजादी का दुरुपयोग करके इसे पोर्नोग्राफी का अड्डा बनाने में लग गये हैं. जिस विडियो के बाहर आने के बाद जेएनयू में हड़कंप मचा हुआ है उसमें जेएनयू के ही पढ़नेवाले दो छात्र हैं. इस विडियो में जो लड़का है वह अभी भी जेएनयू में पढ़ रहा है जबकि लड़की जेएनयू छोड़कर जा चुकी है. क्या उस लड़की ने बीच में पढ़ाई इसलिए छोड़ दी क्योंकि उसके साथ जो कुछ हुआ वह सार्वजनिक हो गया था? बहरहाल, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से ताल्लुक रखने वाले दोनों छात्रों ने ऐसी शर्मनाक हरकत की है जिससे जेएनयू की गरिमा तार तार हो गयी है.
सेक्स रैकेट की आशंका
इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद जेएनयू से जुड़े लोगों का कहना है कि यह कैंपस में चल रहे किसी सेक्स रैकेट का संकेत भी हो सकता है. इस बात की आशंका भी जताई जा रही है कि हो सकता है कि कुछ स्वार्थी तत्व जेएनयू के खुलेपन का इस्तेमाल करके यहां गुप्त रूप से कोई सेक्स रैकेट विकसित कर चुके हों. ऐसा संदेह करने का कारण भी है. जो ब्लू फिल्म पकड़ में आयी है वह किसी मोबाइल कैमरे या वेबकैम पर शूट नहीं की गयी है. यह बाकायदा विडियो कैमरे पर शूट की गयी है. क्या सिर्फ मनबहलाव के लिए कोई इतनी बड़ी हिम्मत दिखाएगा? कैंपस से जुड़े लोगों का कहना है कि इस बात की गहराई से जांच होनी चाहिए कि क्या जेएनयू पोर्न फिल्मों और एस्कार्ट सप्लाई का नया अड्डा तो नहीं बन गया है?
विस्फोट.कॉम से साभार