मजीठिया वेतनमान से बचने के लिए दैनिक जागरण प्रबंधन ने किया इतना बड़ा फ्रॉड

लो जी, दैनिक जागरण प्रबंधन प्रायोजित फर्जी यूनियन की पूरी जानकारी और वह भी पूरे प्रमाण और दस्‍तावेज के साथ। यूनियन का नाम है-”जागरण प्रकाशन लिमिटेड इम्‍प्‍लाइज यूनियन 2015”। अब नाम से ही पता चलता है कि यह यूनियन कालजयी नहीं, सालजयी है। यूनियन के नाम में 2015 जोड़ने का मतलब तो यही लगता है कि इसका काम 2015 में ही रहेगा। मणिसाना की तरह मजीठिया को भी सांठगांठ के हवाले कर छुट्टी पा लेनी है। यूनियन में जिन कर्मचारियों के नाम हैं, उन्‍हें किसी तरह धोखा देकर शपथ पत्र पर हस्‍ताक्षर करा लेने हैं या उन्‍हें बिना कुछ बताए फर्जी हस्‍ताक्षर बना देने हैं। प्रबंधन के सलाहकारों ने भी तो यही कहा होगा-दैनिक जागरण बहुत बड़ा समूह है। उससे कौन पूछने जा रहा है कि यह फर्जी काम है। हम तो बड़ा से बड़ा अपराध करके बच सकते हैं। हमारे साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो हैं। इस परामर्श में यदि कपिल सिब्‍बल भी शामिल हैं, तो समझिए वह दैनिक जागरण को फर्जीवाड़ा के दलदल में फंसाते जा रहे हैं। मजे की बात तो यह है कि दैनिक जागरण जिस प्रकार अपने कर्मचारियों का खून चूस रहा है, उससे आम कर्मचारी को किसी प्रकार की सहानुभूति की उम्‍मीद तो है नहीं। फिर ये कैसी उदारता कि जागरण प्रबंधन ने खुद कर्मचारियों की ओर से यूनियन का सदस्‍यता शुल्‍क जमा करा दिया है। उसकी बाकायदा रसीद कटी है, लेकिन इसकी जानकारी यूनियन में शामिल किए गए कई पदाधिकारियों तक को नहीं है। यहां हम पदाधिकारियों के नाम का भी खुलासा कर देते हैं। आप खुद उनसे पूछ लीजिए। यूनियन के पेपर का पहला पेज भी यहां दिया जा रहा है। उससे आप अपना हस्‍ताक्षर भी मिला लें कि वह असली है या टोटल फर्जी।

यूनियन के कर्ता-धर्ताओं की ये सूची असली या नकली?

यूनियन का नाम-जागरण प्रकाशन लिमिटेड इम्‍प्‍लाइज यूनियन 2015, अध्‍यक्ष-इष्‍टदेव सांकृत्‍यायन, उपाध्‍यक्ष-नरवीर सिंह, उपाध्‍यक्ष-प्रदीप कुमार सिंह, महामंत्री-रतन भूषण प्रसाद सिंह, संयुक्‍त मंत्री-चक्रपाणि पाठक, संयुक्‍त मंत्री-अरुण कुमार बरनवाल, संगठन मंत्री-दिलीप कुमार दिवेदी, कार्यालय मंत्री-राजेश कुमार झा, प्रचार मंत्री-वृजकिशोर यादव, कोषाध्‍यक्ष-कृष्‍ण कुमार पाठक । कार्यकारिणी सदस्‍य – रवींद्र पाल सिंह, हरीश सिंह, कृष्‍ण मोहन त्रिवेदी, हरपाल सिंह, ललित मोहन बिष्‍ट।

यह तो रही दैनिक जागरण प्रबंधन प्रायोजित यूनियन की कार्यकारिणी। आगे सदस्‍यों के नामों का भी खुलासा किया जाएगा, ताकि आप समझ सकें कि आपके साथ मजीठिया मामले में किस तरह फ्रॉड किया जा रहा है और माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी झांसा देने की तैयारी कितने जोर शोर से की जा रही है।

FourthPillar एफबी वॉल से

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