लोकमत समाचार से निकाले गए पत्रकारों को यशोभूमि की शरण
लोकमत समाचार के चार एडिशन बंद यशोभूमि के चार एडिशन शुरू
लोकमत समाचार पुणे एडिशन अचानक बंद होने के बाद वहां से निकाले गए १५ पत्रकारों में से ५ पत्रकारों को आखिर पुण्य नगरी समूह के हिंदी अखबार यशोभूमि ने लिया है. यशोभूमि का एक एडिशन मुंबई था परन्तु जब लोकमत समाचार के एक साथ चार एडिशन बंद होते देख अंबिका पब्लिकेशन व पुण्य नगरी समूह के संस्थापक मुरिधर शिन्गोटे ने एक साथ चार एडिशन शुरू करने कि धोषणा कर दी यशोभूमि के शुरू होने वाले चार एडिशन में पुणे, ठाणे,अहमद नगर,और नाशिक जैसे शहर शामिल है मिली जानकारी के मुताबिक आगामी २० जून को यशोभूमि के चारो एडिशन शुरू किए जायंगे लोकमत समाचार से नाकाले गए वरिष्ठ पत्रकार संतोष मिश्रा यशोभूमि पुणे के चीफ रिपोर्टर पद पर विराजमान हुए इनके साथ निकाले गए ४ छुटभैया पत्रकारों को भी यशिभूमि ने पनाह दी है. बाकी लोकमत समाचार से निकाले गए वरिष्ठ पत्रकारों की दाल कही नहीं गली न तो उन्हें आज का आनंद ने लिया और ना ही नव भारत ने लिया इसमेसे कुछ पत्रकार मध्य प्रदेश लोट गए कुछ मुंबई दबंग दुनिया में चले गए क्योकि बड़ी सेलरी व बड़े पैकेज के पत्रकारों को यशिभूमि नहीं झेल पायेगा . लोकमत समाचार जब आनन फानन में शुरू किया गया था. तब पुणे के नंबर १ अखबार आज का आनंद और मुंबई से प्रकाशित नव भारत के पत्रकारों को दो गुनी सेलरी का झासा देकर लाया गया था लेकिन जब दो साल में ढाई करोड़ के घाटे में लोकमत समाचार गया तो अचानक एडिशन बंद कर दिए गए और इन १५ पत्रकारों को बाहर कर दिया गया.बेरोजगारी कि कगार पर खड़े इन पत्रकारों ने घर वापसी यानि जिस अखबार से आए थे यही वापस जाने का मन बनाया परन्तु उन दोनों अखबारों के अधिकारियो ने इन्हें लेने से इनकार कर दिया तब जाकर खबर आई कि यशोभूमि पुणे एडिशन सुरु होने वाला है. यह सभी पत्रकार वहा दोड़े जहा पांच कि दाल गल गई १० को निराशा मिली
बेबाक राशिद सिद्दीकी