एक देश ऐसा जहां ‘रोटी’ के लिए हो रहा खून-खराबा, अब तक 8 की मौत
सूडान में रोटी की कीमत बढ़ने के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दूसरे दिन देश के पूर्वी हिस्से में प्रदर्शनकारियों और दंगा-निरोधी पुलिस के बीच हुई झड़प में आठ लोग मारे गए. रोटी की कीमत एक सूडानी पौंड से बढ़ाकर तीन सूडानी पौंड करने के सरकारी फैसले का बुधवार से ही विरोध हो रहा है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को प्रदर्शन सूडान की राजधानी खारतूम तक पहुंच गया जहां राष्ट्रपति भवन के पास एकत्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए दंगा-निरोधी पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. स्थानीय प्रसारक सूडानिया24 की खबर के अनुसार, पूर्वी शहर अल-कदरीफ, अलतैयब अल-अमीन ते में ‘‘छह लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं.’’ इन मरने वालों में विश्वविद्यालय का छात्र भी शामिल है.
शहर के सांसद मुबारक अल-नूर का कहना है कि अल-कदरीफ में हालात काबू से बाहर हैं और छात्र मोयद अहमद महमूद की मौत हुई है. अल-नूर ने अनुरोध किया है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग ना किया जाए क्योंकि वह शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं.
सरकारी अधिकारी के मुताबिक दो अन्य प्रदर्शनकारी खारतूम से 400 किमी पूर्व में स्थित शहर एतबारा में मारे गए. इस शहर में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति उमर अल-बशीर के नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को जला दिया. बिगड़ते हालात को देखते हुए शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया. उसके बाद भी विरोध-प्रदर्शन होने पर एतबारा की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
नाराज प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को दो अन्य स्थानों पर एनसीपी मुख्यालयों को आग लगा दी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने शहर के मुख्य केंद्रों पर पथराव किया और कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया. उसके बाद बाजार में सत्ताधारी पार्टी के हेडक्वार्टर के निकट पहुंचे और उसको पूरी तरह से जला दिया.
उल्लेखनीय है कि सूडान की अर्थव्यवस्था संकटग्रस्त है. सूडान में कई महीनों से विदेशी मुद्रा की कमी है और महंगाई 65 प्रतिशत से अधिक पर पहुंच गई है.