UP के हमीरपुर में पत्रकारों को बीजेपी चेयरमैन ने नँगा कर पीटा..! पत्रकार संगठनो ने जताया जबदस्त विरोध
दो पत्रकारों को नंगा कर पीटने के मामले में एक गिरफ्तार, बीजेपी नेता फरार!
यूपी में बीजेपी के नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा दो बंधकों को बंधक बनाए रखने, निर्वस्त्र कर समर्थन करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। घटना को लेकर कई पत्रकार-आचार्यों ने निंदा की है।
इस मामले में समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर घेरा है. दूसरी तरफ पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इतना ही नहीं, भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष ने अपने पद का समर्थन करते हुए दोनों शेयरधारकों पर एससी-एसटी की धारा में मुकदमा भी दर्ज कराया।
प्रदेश के द्वीपसमूह में भाजपा के नगर पंचायत अध्यक्ष ने दो बंधकों को बंधक बनाया, निर्वस्त्र कर पीटने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। घटना की निदा करते हुए कई पत्रकारों ने मोर्चा खोल दिया है। साथ ही समाजवादी पार्टी ने भी इस मामले में अपने ट्वीटर अकाउंट से सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सपा ने योगी सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर घेरा है। वहीं इस मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
बंधक पंचायत को बंधक बनाने पीटने का मामला सामान्य में आया तो पुलिस ने बंधक पंचायत पर नगर अध्यक्ष समेत 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया। जहां पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया और पंचायत नगर अध्यक्ष के दबाव में बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जब इस मामले में पत्रकार के दबाव और समाजवादी पार्टी द्वारा ट्वीट किया गया तो पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अपर एसपी मनोज गुप्ता ने कहा कि मुख्य ग्राहक अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। जबकि एक बच्चे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
टीवी9 हिंदी की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में लिखा है कि सरीला निवासी पत्रकार अमित स्टूडियो और शैले मिश्रा को सरीला नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी ने अपने एक बाबू की मदद से कंप्रोमाइज करने के लिए घर बुलाया था। आरोप है कि जब पत्रकार अपने घर पहुंचे तो राष्ट्रपति ने अपने गुर्गों की मदद से पहले उन्हें सीलबंद शराब पिलाई और फिर निर्वस्त्र कर उनकी तारीफ कर दी। पंचायत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित पत्रकार अमित की माने तो उन्हें बंधक बंधक बना लिया गया और उन्हें पेशाब भी पिला दी गई।
घटना का रिकार्ड रिकार्ड करते हुए पुलिस ने साजिर स्तिथ की दुकान पर पंचायत नगर अध्यक्ष समेत 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. इसके बाद पुलिस ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डालते हुए नगर पंचायत के अध्यक्ष की गिरफ्तारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जब मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने एक बच्चा को गिरफ्तार कर लिया।
अपर एसपी मनोज गुप्ता ने कहा कि मुख्य बच्चा अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है, जबकि एक बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पत्रकार अमित ने नंगा जूते जूतों से लेकर नॉर्थवेस्ट तक की यात्रा की। उनके साथ हैवानियत की हद पार कर दी। पत्रकार अमित फ्लैट मिश्रा को साज़िशन कंपनी बंद कमरे में हैवानियत की गई।
रिवायत के अनुसार नगर पंचायत सुपरस्टार पवन अनुरागी और कुछ क्लिज़ोलिज़ स्टूडियो ने नंगा करके पार्टिसिपेट किया। उसके बाद अलैहिस्सलाम के हाथों में ठेठमाकर की तस्वीरें खींची गईं।
इसके बाद इन सितारों के खिलाफ ही एससी/एसटी एक्ट का मुक़दमा भी दर्ज करवाया गया। इस घटना से वीडियो वायरल है।
मामले में पुलिस ने नगर पंचायत के अध्यक्ष समेत आठ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. घटना में बरात का मेडिकल खोखा के बाद पुलिस की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार जिले के सरीला शहर में पत्रकार अमित मित्र अपने मित्र पत्रकार मिश्रा के साथ नगर पंचायत सरीला के छात्रावास के मुर्गों पर उसके घर गए थे। वहां दोनों को बंधक बना लिया गया। आरोप है कि इन दोनों में मित्रवत मित्रवत मित्रता की गई। दोनों को गंभीर उपभोक्ता आई हैं.
नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सुपरस्टार ने बताया कि नगर पंचायत के पवन कुमार अनुरागी ने अपने दोस्त के घर दोनों को फोन किया था। घर पहुँचे बंदूक के दम पर बंधक बंधक उद्यम की। आरोप है कि रेलवे स्टेशन के बीच का वीडियो भी बनाया गया है.
यहां देखें वीडियो…
https://twitter.com/gyanu999/status/1852290256650862965?s=46
घटना के पीछे अख्तर ने बताई ये बात वजह यह है
कि, ”नगर पंचायत के गरीबों के लिए सोसायटी लमबंद है।” ग्राहकों ने नगर पंचायत की धांधली को लेकर एक खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद नगर पंचायत के अध्यक्ष ने अपनी दुकान के साथ अपनी दुकान खोली।”
सिद्धांत! सिद्धांत सिद्धांत! अति पार हो गया!
जिंदा हो तो जिंदा होने का अहसास कराओ!!
पत्रकार रूपी मुर्दा कौम के लोगों से कहा कि आओ अगर यह व्यक्ति पत्रकार है और इनके साथ इस तरह का काम किया है तो एक भी बदमाश को नहीं छोड़ना चाहिए जिन जर्नल ने भी इस तरह का काम किया है
ये जोगेश्वर हत्याकांड से भी बदतर कांड है राममूर्ति वर्मा
की शाह पर एक बार मारा था इन लोगों के साथ जो काम किया और दिखाई दे रहा है वो तूफ़ान ता उमर बार-बार मारता रहेगा अगर फैन को सीक्वल सजा ना मिले तो उनका ये शौक दर्द जिंदा नहीं रहता
ये रामराज योगी राज और योगी राज के सामुहिक पुलिस प्रशासन के आक्रामक आक्षेपों को लगातार चुनौती दे रही है, लगातार हो रही है राक्षसों की हत्या और इस तरह की घातक से भी अधिक कृषि कृषि गतिविधियों को भी देखें अगर मौन हो तो क्या अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं ??
मित्र-पत्रकार नेता जागो किसी भी रूप में यदि सच हो तो वास्तविक चित्रण चित्र हो सकते हैं सोशल मीडिया इलेक्ट्रॉनिक
मीडिया प्रिंट मीडिया कलाकार एक्टिविस्ट जो मुद्दो पर संघर्ष करते हैं और ऐसी किसी भी परिस्थिति में खुद को अकेला पाते हैं या तुमको अकेले ज्वालामुखी राक्षसों की इश्तिहार इस हद तक बढ़ जाता है बच्चों की आंखों के सामने घर का हक भी छीनने का
आरोप के भाई को बुरी तरह से चिल्लाकर हत्या कर पेड़ से लटका दिया,
कहानी में पत्रकार की आंख फूटी गैस की कालाबाजारी पर पत्रकार की चिता की आग में भी डूबी नहुई की जीवनभर चिता की आग में प्रकाशित दो दोस्तों के साथ हुई ये घटना हर पत्रकार सावधान पूर्ण पाठ और सत्ता और शक्तियों के पागलों में राक्षसों धन सागर के किसी भी केंद्र के चतुर्भुजों के बेलगाम होने का खुला विज्ञापन जो प्रदेश के हर क्षेत्र पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण से दिखाई दिया और दिखाई दे रहा है आंख कान बंद करने से ये अंत वाला नहीं बिना इलाज मारोगे सटीक के नाम पर मिले सचिवालय के पास केबिना मरोगे तो सम्मान से मरोगे मकान तुम्हें ना मिलेगा ना मिलेगा और कोई सुविधा ना मिलेगी ना मिलेगी और अगर मिल भी जाए या मिल जाए तो
तुम क्या कहोगे नंगा मार खाना जीवित रहना विचार है अगर नहीं तो ये शैले क्यों?
इसलिए कि तुम सिर्फ इसलिए शिकार के रूप में याद मत करो कि
शायद मैं होने वाला हूं ये सब के बाद तो बारी भी आएगी तुमको भी नहीं भगवान भी उसी की मदद करते हैं जो अपनी मदद खुद करते हैं अपील सिर्फ इसलिए कि 1aur1
सुना है 11 होते हैं के नज़रिये से कर रहा हूँ!!
किसी और के लिए खुद के अनुभव को मिटने से बचने के लिए कुछ तो करो!!!
आंदोलन करो बहिष्कार करो गीतो बोलो आवाज बुलंद करो जो जहां हो जिस रूप में हो विरोध दर्ज करो कम से कम जिंदा दिवंगत हो जाओ अपने हमारे साथियों को खुद के जिंदा होने और इस देश और उत्तर प्रदेश में कानून इन्साफ अभी खत्म नहीं हुआ इसका अहसास कराओ !!!!
पत्रकार संगठन ने किया जोरदार विरोध