फिरौती देकर वापस लौटे एकता टाइम्स के संपादक
वाराणसी। अपहरण के 11वें दिन शनिवार की रात अचानक ज्योतिषाचार्य लक्ष्मणदास अपने घर पहुंच गए। वह भी बिना पुलिस के प्रयास के। माना जा रहा है कि फिरौती की बड़ी रकम अदायगी के बाद ज्योतिषाचार्य को सकुशल छोड़ा गया है। देर रात उनके एक कर्मचारी ने वापसी की पुष्टि करते हुए बताया कि अभी ज्योतिषाचार्य की मनोदशा ऐसी नहीं है कि वह किसी से बात कर सकें। वहीं दूसरी ओर पुलिस महकमे के आला अधिकारियों से लेकर लंका व भेलूपुर थानाध्यक्षों से संपर्क करने पर कोई ठोस जवाब नहीं मिला।1विदित हो कि 24 सितंबर शुकुलपुरा निवासी ज्योतिषाचार्य लक्ष्मण दास दोपहर में अपने घर से लक्सा के लिए निकले थे। लक्सा में अपने कार्यालय में उन्होंने तीन घंटे गुजारे। किसी का फोन आने पर अपने चालक रमेश बिंद के साथ कार से वह सामने घाट पहुंचे। वहां पहले से मौजूद स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हेकिल में तीन लोग मौजूद थे। एसयूवी से निकले लोगों ने लक्ष्मणदास से कुछ देर बात की। इस बीच ज्योतिषाचार्य ने अपने चालक को यह कहते हुए कार सहित घर भेज दिया कि वह कुछ काम से इन लोगों के साथ जा रहे हैं। इसके बाद तीनों युवकों के साथ एसयूवी में सवार होकर लक्ष्मणदास निकल गए।
करीब साढ़े छह बजे जब एक कर्मचारी ने उनसे बात करनी चाही तो मोबाइल स्विच आफ मिला। इसके बाद तो जैसे हड़कंप मच गया। देर रात तक फोन स्विच आफ आता रहा। अगले दिन 25 सितंबर को पत्नी पूनम दास ने लंका थाने पहुंचकर उनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के दो दिन बात पुलिस ने ज्योतिषाचार्य के अपहरण होने की बात स्वीकारी। तब से अब तक क्राइम ब्रांच बिहार में विभिन्न जगहों पर खाक छान रही थी लेकिन उसके हाथ कुछ न लगा। छानबीन में पुलिस को यह जानकारी तो मिली कि लक्ष्मणदास को अगवा करने वाले बदमाशों का यूपी के अलावा बिहार, बंगाल, झारखंड में भी नेटवर्क है।