हर जिले में लेखको का क्लब बनाएगा अटूट बंधन
लखनऊ से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका ” अटूट बंधन ” ने देश भर में हर जिले में लेखको का क्लब बनाने का निर्णय लिया है.पत्रिका के संपादक ओमकार मणि त्रिपाठी ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि व्यक्तित्व विकास और साहित्य पर केन्द्रित ” अटूट बंधन ” का मुख्य उद्देश्य देश भर के स्थापित और उदीयमान लेखको और साहित्यकारों को एक मंच पर लाना है,जिससे स्थापित लेखको से मार्गदर्शन लेकर नवोदित प्रतिभाये अपनी प्रतिभा को पाठको के समक्ष प्रस्तुत कर सकें.उन्होंने यह भी बताया कि अटूट बंधन समूह एक साप्ताहिक ” सच का हौसला” का प्रकाशन भी करता है.
“अटूट बंधन” पत्रिका की कार्यकारी संपादक वंदना वाजपेयी अटूट बंधन लेखक क्लब की प्रमुख मार्गदर्शक होंगी.इस क्लब के सदस्य अपने-अपने जिलो में साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगे और समय-समय पर समाज के विभिन्न ज्वलंत मुद्द्दो पर वैचारिक शिविर आदि आयोजित करेंगे.
हैदराबाद के हिंदी दैनिक “हिंदी मिलाप” से 1994 में अपना पत्रकारिता करिअर शुरू करने वाले ओमकार मणि त्रिपाठी लगभग 7 वर्षो तक हैदराबाद के हिंदी दैनिक ” स्वतंत्र वार्ता ” के समाचार संपादक रहे और उसके बाद लगभग 3 वर्षो तक पुणे के ” आज का आनंद ” में विशेष संवाददाता रहे.1 नवम्बर 2014 को उन्होंने अपने गृह जनपद लखनऊ से मासिक पत्रिका ” अटूट बंधन” और साप्ताहिक समाचार पत्र ” सच का हौसला” का प्रकाशन शुरू किया.