पत्रकार राजेन्द्र गौतम के सहयोगी घोषित भगौड़े को होगी जेल या मिलेगी बेल

राजेंद्र गौतम जैसे पत्रकार की कलम बहकना और झूठ लिखना कोई बचपना नहीं है, सोच समझी रणनीति है वरना करोड़ो का साम्राज्य यूं ही नहीं खड़ा होता।

1. वरिष्ठ पत्रकार के लिखित बयान के बाद फर्जी समाचार लिखने के अपराध से कैसे बचेंगे राजेन्द्र गौतम?
2. पुलिस विभाग के ईमानदार अधिकारी पर गलत आरोप लगाने पर होगी सज़ा या बचेंगे राजेन्द्र गौतम?
3. प्रेस कौंसिल द्वारा सेंसर किये गए अखबार निष्पक्ष दिव्य संदेश की जीएसटी जांच में क्या होगा ?

भड़ास4जर्नलिस्ट द्वारा सिलसिलेवार निष्पक्ष दिव्य संदेश की बढ़ती लोकप्रियता और प्रसार संख्या के संबंध में समाचार प्रकाशित करने का सिलसिला जो शुरू किया गया तो निष्पक्ष दिव्य संदेश और तिजारत से जुड़े तमाम लोगों के कदम और कलम बहकने का सिलसिला दिखने लगा। झूठ और मानहानिकारक, अपमानजनक समाचार का प्रकाशन किया जाने लगा जिसमें भगोड़े और पत्रकारिता को कलंकित करने वाले युगल दंपति संजय पुरबिया का साथ मिलना स्वाभाविक दिखाई देता है। पुलिस को चकमा देकर गिरफ़्तारी से बचने हेतु भगौड़े तथाकथित संजय पुराबिया द्वारा फर्जी, भ्रामक, अपमानजनक, मानहानिकारक खबरो को सोशल मीडिया पर प्रचारित करने का एक और अपराध कारित किया गया है।

साईकल हॉकर से विदेशी यात्राओं और करोड़ो की संपत्ति का…

निष्पक्ष दिव्य संदेश और तिजारत की संपादिका रेखा गौतम एवं…

उपरोक्त साथ गांठ से खुलासा हो गया कि माननीय न्यायालय द्वारा ब्लैकमेलिंग और फर्जी समाचार प्रकाशित किए जाने के सिलसिले में जिस तथाकथित पत्रकार दम्पति को भगोड़ा घोषित किया है उसका राजेंद्र गौतम के साथ और सहयोग बना हुआ है, राजेंद्र गौतम की खबरों और उनकी पढ़ाई लिखाई के किस्से और हिस्से सबकी ज़ुबानी सुने जा सकते है ऐसे में राजेंद्र गौतम द्वारा खबर के सिलसिले में जितने भी तथ्य लिखे गए सब झूठे, भ्रामक और फर्जी प्रमाणित हो गए है।

पत्रकारिता में करोड़ों की कामयाबी और सफलता के पीछे महिला…

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप कुमार सिन्हा ने लिखित रूप में इस तथ्य को उजागर किया है कि राजेंद्र गौतम द्वारा जो उनके नाम का दुरुपयोग खबरों में किया गया है उसके विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, फिलहाल तो करोड़ों की संपत्ति और निष्पक्ष दिव्य संदेश जैसे समाचार पत्रों द्वारा जीएसटी, इनकम टैक्स और समाचार पत्र के लिए कागज़ की खरीद फरोखों में GSTको बचाकर 70000 प्रतियों का प्रकाशन और प्रसारण किया जा रहा है, ये युवा वर्ग के पत्रकारों को सीखने को मिलेगा और भड़ास का दिव्य संदेश से जुड़े तमाम तथ्यों का खुलासा करने का सिलसिला लगातार जारी रहेगा, कानून अपना काम करता रहेगा और गलत खबरों और समाचार जिसके द्वारा लिखा गया है या जिसके द्वारा सोशल मीडिया पर प्रचारित, प्रसारित करने का कार्य किया गया है उसके लिए कानून की उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का कार्य भी किया जाएगा।

 

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