तिजारत और निष्पक्ष दिव्य संदेश ने सरकारी पैसे से ही सरकार के खिलाफ रचा षड्यंत्र
दिव्य संदेश और तिजारत अखबार के अघोषित मालिक व हॉकर से पत्रकार बने राजेंद्र गौतम मुख्यमंत्री कार्यालय के आईएएस अधिकारियों को भी भेज रहा है दिव्य संदेश की ई फाइल यानी पीडीएफ, लोकसभा चुनाव में यूपी को हराने में अहम भूमिका रही है दिव्य संदेश और तिजारत की
क्या राजेंद्र गौतम सूचना निदेशक को बदनाम करने की रच रहा साजिश
पूर्व संयुक्त निदेशक हेमंत सिंह और तिजारत व निष्पक्ष दिव्य संदेश ने विज्ञापन एजेंसियों के माध्यम से किया कई करोड़ो का खेल
योगी सरकार के खिलाफ लिखने के बाद सपा कार्यालय में भेजता था दिव्य संदेश अखबार का पीडीएफ
सपा कार्यालय से कार्यकर्ताओं के द्वारा सोशल मीडिया पर इसकी पीडीएफ की जा रही थी वायरल
करोड़ों का विज्ञापन लेने के बाद भी योगी सरकार को लिख रहा ‘अंधा युग’
एस . पंडित
लोकसभा चुनाव से पहले तीन अखबारों (निष्पक्ष दिव्य संदेश (डेली और साप्ताहिक) और तिजारत) को लाखों का विज्ञापन सूचना से लिया। षड्यंत्र के सिद्धांत को विद्बानों द्बारा संदेह के साथ देखा जाता है, क्योंकि वह शायद ही किसी निर्णायक सबूत द्बारा समर्थित होता है और निष्पक्ष दिव्य संदेश (डेली और साप्ताहिक) और तिजारत अखबार से लोकसभा चुनाव के दौरान जिस प्रकार मोदी और योगी सरकार के खिलाफ लिखने वाले लेखकों को जगह दी गई वह किसी गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है। तीनों अखबारों द्बारा सरकार के खिलाफ खूब निगेटिव नैरेटिव गढ़े गए। जिसकी बानगी लोकसभा चुनाव में यू पी से भाजपा को कम सीट के परिणाम देखने को मिली। सूचना विभाग से षड्यंत्र रच कर दिव्य संदेश और तिजारत के अखबार के अघोषित मालिक नटवरलाल पत्रकार राजेंद्र गौतम ने कई करोड़ रुपए का विज्ञापन लिया। खास बात यह है यह अखबार फाइल काफी छपते हैं। सिर्फ सोशल मीडिया पर खूब फैलाया जाता है। योगी और मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए।
रेखा और राजेन्द्र गौतम के ब्लैकमेलर और काली कमाई के…
राजेंद्र गौतम की तिकड़म से चलता है तिजारत का लाखों…
राजेंद्र गौतम द्वारा जातियों के आधार पर पत्रकारिता को कलंकित…
Yellow Journalism की आरोपित हैं संपादिका रेखा गौतम, कानूनी नोटिस…
हॉकर की पहचान से कभी शर्मिंदा नहीं होते पत्रकार राजेंद्र…
तीनों अखबार राजेंद्र गौतम,इनकी पत्नी और दोनों बेटों द्बारा संचालित होता है। रेखा गौतम सम्पादक, प्रबंध सम्पादक राजेंद्र कुमार गौतम (मान्यता प्राप्त पत्रकार), दोनों बेटे एक मान्यता प्राप्त प्रत्रकार है तो दूसरा सचिवालय पास धारक, योग्यता क्या है यह तो भगवान जानें, दूसरे नटवरलाल ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी समाचार सम्पादक के पद पर रहते हुए भी 420 तरीके से राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार की मान्यता ले ली हैं। श्री त्रिपाठी का मुख्य काम कूंगफू फेडरेशन चलाना है, जिसमें कुछ नामी आईएएस अधिकारियों को साथ में जोड़ रखा है और उन्हीं के माध्यम से अन्य अधिकारियों से विदेशों में जाने के नाम पर वसूली करता है, विदेशों से खेल के नाम पर गरीब बच्चों को शिक्षा देने के नाम पर अवैध चंदा वसूली करता है।
सूचना विभाग से रेखा गौतम (सम्पादक) तीनों अखबारों द्बारा विगत कई सालों से करोड़ों का विज्ञापन लेकर खूब अवैध सम्पत्ति अर्जित की गई है। हॉकर से पत्रकार बने राजेंद्र कुमार गौतम इसके कर्ताधर्ता हैं। चुनाव के दौरान सरकार के खिलाफ कैसे निगेटिव नैरेटिव गढ़े गए इसकी कुछ बानगी आपको अखबार के कुछ दृश्यों में देखने को मिलेगी।
हॉकर से पत्रकार बने राजेंद्र गौतम को निचले स्तर पर…
पत्रकार राजेन्द्र गौतम के सहयोगी घोषित भगौड़े को होगी जेल…
पत्रकारिता में करोड़ों की कामयाबी और सफलता के पीछे महिला…
साईकल हॉकर से विदेशी यात्राओं और करोड़ो की संपत्ति का…
कुछ शीर्शक निम्न हैं——-
चुनाव के अंतिम चरण में मुजरा करती राजनीति
अभी समाप्त नहीं हुआ है अंधा युग
गुलदस्त-ए-हिन्द मेंफलती-फूलती ‘विष बेल’
एक देश, एक रंगीला, दूसरा बर्दाश्त नहीं
सियासत में शेखचिल्ली की शिनाख्त
आखिर भाजपा के साथ मोदी भी हारे
यह सभी अखबार की वेबसाइट दिव्य संदेश ईपेपर और तिजारत डॉट काम पर उपलब्ध है।