भगोड़े संजय पुरबिया को मिला क्राइम मास्टर गोगो का सहारा, अयोध्या में भी नहीं मिला आसरा
क्राइम मास्टर गोगो द्वारा संजय पुरबिया जैसे तथाकथित ब्लैकमेल पत्रकार के माध्यम से बड़े मंगल के भंडारे में जिन संतपुरुष को रोकने की योजना बनाई थी उस भंडारे को स्वयं हनुमान जी द्वारा ऐसा विशाल रूप दिया गया कि क्राइम मास्टर गोगो को आईना दिख गया और तथाकथित ब्लैकमेलर पत्रकार संजय पुराबिया एवं उनकी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव को हनुमान जी द्वारा ऐसी पटखनी दी गयी कि अयोध्या निवासी संतपुरूष के द्वार उनके लिए सदैव बंद हो गए।
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उत्तर प्रदेश में ऐसे अनेक तथाकथित पत्रकार सक्रिय हैं जो फर्जी खबरों के आधार पर लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे वसूलने जैसी आसामाजिक गतिविधियों में शामिल है, छदमनामधारी तथाकथित संजय श्रीवास्तव उर्फ संजय पुरबिया द्वारा अपनी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव के साथ मिलकर एक ऐसा गिरोह चलाया जा रहा है जो फर्जी समाचार पत्र के माध्यम से मात्र 8-10 बार रंगीन प्रस्तियों को छाप कर लोगों को ब्लैकमेल करने की साजिश रचता है।
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एक मामले में अदालत से संजय पुरबिया और उसकी पत्नी को भगोड़ा घोषित किया गया एवं अनेक अन्य आपराधिक मामले अभी लंबित चल रहे हैं जिसमें भगोड़े संजय पुरबिया और उसकी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव के विरुद्ध न्यायालय द्वारा तलबी आदेश जारी किए जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। अपने गंदे कारनामों और आसामाजिक गतिविधियों के चलते संजय पुरबिया को पुराने साथी क्राइम रिपोर्टर गोगो का आसरा दिखाई दिया तो ब्लैकमेलर संजय पुरबिया को जैसे एक नया सहारा मिल गया, क्राइम मास्टर गोगो ने संजय पुरबिया को अयोध्या का रास्ता दिखाया और वहां जाकर एक संत पुरुष के चरणों में अपना शीश झुकने के लिए आदेशित किया गया।
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क्राइम मास्टर गोगो के साजिशी दिमाग में पहले से ही एक खतरनाक योजना चल रही थी जिसको संजय पुरबिया और उसकी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव जान न सके और क्राइम मास्टर गोगो के कहने पर संजय पुरबिया द्वारा अपने मोबाइल से संत पुरुष को ऐसे संदेश दिए गए जो संजय पुरबिया की कुंडली को उजागर करने में कारगर साबित हुए। हनुमानगढ़ के हनुमान ने संजय पुराबिया को ऐसा आईना दिखाया कि बड़े मंगल के मौके पर आयोजित भंडारे में जिन महापुरुष को रोकने और उनके लखनऊ आगमन पर जो रुकावट और साजिश की योजना क्राइम मास्टर गोगो की थी वह न सिर्फ विफल हुई बल्कि अयोध्या नगरी में तथाकथित ब्लैकमेलर संजय पुराबिया और उनकी पत्नी को पुलिस वालों से फटकार भी सुनने को मिली।
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संजय पुराबिया जैसे पत्रकारों पर अभी हाल।ही में हाई कोर्ट, लखनऊ बेंच ने स्पष्ट किया है कि आपराधिक मुकदमे एवं आसामाजिक गतिविधियों में लिप्त पत्रकारों के लाइसेंस रद्द किए जाने चाहिए वही संजय पुरबिया एवं उनकी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव को न्यायालय द्वारा भगोड़ा घोषित होने के उपरांत हाई कोर्ट के सम्मुख याचिका प्रस्तुत की गई थी परंतु उस याचिका में ऐसे अनेक तथ्य और कथनों को प्रस्तुत किया गया जो उनके अपराध को न सिर्फ प्रमाणित करते हैं बल्कि उच्च न्यायालय में फर्जी शपथ पत्र के आधार पर कथन दिए जाने पर मुकदमा चलाये जाने हेतु पर्याप्त प्रमाण है।
‘द संडे व्यूज‘ का ब्लैकमेलर सम्पादक फरार
क्राइम मास्टर गोगो द्वारा संजय पुरबिया जैसे तथाकथित ब्लैकमेल पत्रकार के माध्यम से बड़े मंगल के भंडारे में जिन संतपुरुष को रोकने की योजना बनाई थी उस भंडारे को स्वयं हनुमान जी द्वारा ऐसा विशाल रूप दिया गया कि क्राइम मास्टर गोगो को आईना दिख गया और तथाकथित ब्लैकमेलर पत्रकार संजय पुराबिया एवं उनकी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव को हनुमान जी द्वारा ऐसी पटखनी दी गयी कि अयोध्या निवासी संतपुरूष के द्वार उनके लिए सदैव बंद हो गए।
क्राइम मास्टर गोगो का अपना विवादित इतिहास रहा है और आईने में क्राइम मास्टर गोगो की शख्सियत अगर देखी जाए तो किसी भी संस्थान या संगठन में उनको कभी भी कोई जगह प्राप्त नहीं हुई है । अपने साजिशी और शरारती दिमाग के चलते अनेक संस्थाओं और संगठनों में आपसी तकरार और मनमुटाव जैसे विवादित खेल के कारण क्राइम मास्टर गोगो का मुखड़ा लोगों के बीच में आईने की तरह एकदम साफ है और यदि आवश्यकता पड़े तो क्राइम मास्टर गोगो की तस्वीर के साथ खुलासा करना इसलिए भी आवश्यक है कि ऐसे विषैला, घिनोना इंसान से समाज के लोगों को सावधान किया जा सके, जो रहते साथ हैं, दिखते दोस्तों की तरह है, पर मौका अगर मिले तो पीठ में खंजर भौंकने से नहीं चूकते।