फर्जी सर्कुलेशन दिखाकर बिना छपे सरकारी विज्ञापन डकारने वाले एक अख़बार पर हुआ FIR, तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके सिपेसलार जांच के दायरे में
लूटपाट के इस गिरोह का मुख्य सरगना पुरुषोत्तम शर्मा है जिसके कुकृत्यों की गूंज सीकर में भी सुनाई देती है। यह अपने आपको मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का बहनोई बताता है। मजे की बात यह है कि एसीबी ने इसके भ्रष्ट क्रियाकलापों को देखते हुए पीई दर्ज करली। एसीबी इसके खिलाफ नियमित मुकदमा दर्ज करना चाहती है। इसके लिए विभाग ने 17ए के अंतर्गत स्वीकृति मांगी है। पता चला है कि साले साहब ने जीजाजी के खिलाफ जांच की स्वीकृति प्रदान नहीं की है। यह है एक निर्वाचित मुख्यमंत्री की करनी और कथनी में अंतर।
मीडिया माफिया द्वारा फर्जी सर्कुलेशन दिखाकर हो रही लूटपाट की चपेट में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई अधिकारी भी आने वाले है। गहलोत के अलावा तत्कालीन डीआईपीआर और मुख्यमंत्री के तथाकथित निकटतम रिश्तेदार पुरुषोत्तम शर्मा, ओएसडी देवाराम सैनी, शशिकांत और अनुराग वाजपेयी के गले मे फंदा कसे जाने की संभावना है।
लूटपाट के इस गिरोह का मुख्य सरगना पुरुषोत्तम शर्मा है जिसके कुकृत्यों की गूंज सीकर में भी सुनाई देती है। यह अपने आपको मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का बहनोई बताता है। मजे की बात यह है कि एसीबी ने इसके भ्रष्ट क्रियाकलापों को देखते हुए पीई दर्ज करली। एसीबी इसके खिलाफ नियमित मुकदमा दर्ज करना चाहती है। इसके लिए विभाग ने 17ए के अंतर्गत स्वीकृति मांगी है। पता चला है कि साले साहब ने जीजाजी के खिलाफ जांच की स्वीकृति प्रदान नहीं की है। यह है एक निर्वाचित मुख्यमंत्री की करनी और कथनी में अंतर।
सभी समाचार पत्रों की प्रेस, कागज और स्याही की खरीद, वितरण, प्रसारण, प्रिंटिंग प्रेस की क्षमता, प्रकाशन स्थल से सम्बंधित मालिकाना हक और सीए सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है। सांध्य ज्योति में निदेशक के अलावा फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने वाले सीए को भी अभियुक्त बनाया गया है। अगर जांच में फर्जीवाड़ा पाया गया तो सीए की डिग्री निरस्त हो सकती है।
ज्ञात हुआ है एक राजनेता से जुड़े अखबार में जबरदस्त गड़बड़ी प्रमाणित हो चुकी है। वस्तुत यह अखबार अलवर से कभी प्रकाशित नहीं हुआ लेकिन जांच हुई तो फर्जी हॉकर बैठाए गए, प्रिंटिंग प्रेस और कार्यालय दिखाया गया। इस राजनेता के तमाम घपलों की पत्रावली पीएमओ को अगले निर्देश के लिए अग्रेषित कर दी गई है। वहां से निर्देश मिलते ही सीबीआई और एसीबी यथोचित कार्रवाई करेगी। इस अखबार की गड़बड़ियों के लिए भाजपा के एक बहुत बड़े नेता ने पीएमओ को लिखा है।
भजनलाल एक ईमानदार और कर्मठ मुख्यमंत्री हैं। सरकारी खजाने को लुटाने वाले तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत, सच बेधड़क जिसने अजित डोभाल तक को मूर्ख बना दिया, उसकी और एक कांग्रेसी नेता की सांठगांठ, तथाकथित बहनोई पुरुषोत्तम शर्मा तथा अखबार की आड़ में सरकारी खजाने को लूटने वालों की व्यापक जांच कराई जाए।
देखें एफआईआर कॉपी व अन्य संबंधित सरकारी दस्तावेज…