दैनिक जागरण के एक संपादक के खिलाफ गाजियाबाद की महिला रिपोर्टर ने लगाया शारीरिक शोषण का आरोप
दैनिक जागरण, गाजियाबाद से एक बड़ी खबर आ रही है। खबर है कि यहां की एक महिला रिपोर्टर ने अपने बास के खिलाफ शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। आरोप की गंभीरता इस बात से भी पता चलता है कि इस मामले में यूपी के चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव ने भी गाजियाबाद पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। वहीं संपादक के खिलाफ उक्त रिपोर्टर ने न केवल पुलिस का दरवाजा खटखटाया है बल्कि महिला आयोग से भी शिकायत की है। इस आरोप की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने भी डिप्टी एसपी स्तर की जांच बैठा दी है और संबंधित संपादक को तलब किया है। हालांकि संपादक ने यह कहकर कि यह मेरा काम नहीं है पल्ला झाड़ने की कोशिश की है पर पुलिस मामले की तह तक जाना चाहती है। इसी बीच प्रबंधन का एक अधिकारी इस मामले को रफा दफा कराने के लिए महिला रिपोर्टर को दफ्तर बुलाया था। पर महिला रिपोर्टर ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले से पीछे नहीं हटेगी।
एक सूत्र ने बताया कि गाजियाबाद में तैनात एक महिला रिपोर्टर को कुछ दिनों पहले ही नोएडा स्थानांतरित कर दिया गया था। वह नोएडा में काम कर रही थी। पर उसके साथ दुव्यवहार किया जा रहा था। बार बार वह इस मामले में अपना स्थानांतरण गाजियाबाद चाह रही थी। बताया जा रहा है कि उक्त महिला रिपोर्टर को दफ्तर में एक एक बजे तक रखा जाता था जबकि अखबार के दफ्तरों में महिलाओं को 10 बजे के बाद विदा कर दिया जाता है। पर उस महिला रिपोर्टर पर कुछ लोगों की बुरी नजर थी। बताया जा रहा है कि जब उक्त महिला रिपोर्टर ने पुनः गाजियाबाद स्थानांतरण की बात कही तो संबंधित बास ने उसका शारीरिक शोषण करने की कोशिश की जिसके बाद उक्त महिला पत्रकार ने इसकी शिकायत डीएम और एसएसपी से कर दी। चूंकि महिला रिपोर्टर ने जो साक्ष्य पेश किए थे वह बहुत मजबूत थे इसलिए साक्ष्य की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने डिप्टी एसपी की अगुवाई में जांच बैठा दी। खबर है कि उक्त इंचार्ज ने संपादक को थाने बुलाया। पर संपादक ने यह कहते हुए कि वह स्थानांतरण का मामला नहीं देखते है कहते हुए पल्ला झाड़ लिया। पर पुलिस मामले की गहराई से जांच करने में जुटी है। इसी बीच खबर है कि नोएडा का प्रबंधन का एक अधिकारी इस मामले में लीपापोती और रफा दफा करने में जुट गया है। उसमें उक्त रिपोर्टर को दफ्तर बुलाया और रिपोर्टर को साधने की कोशिश की पर खबर है कि लड़की इस मामले में न्याय चाहती है। अब देखना है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।
(इस खबर में संपादक, प्रबंधन के अधिकारी और महिला रिपोर्टर का नाम छुपाया गया है। जैसे ही शिकायत की कापी मिलती है नाम उजागर कर दिया जाएगा।)