पत्रकारिता की आबरू नहीं लुटने दूंगा : अनूप गुप्ता
लखनऊ में भी कुछ ऐसे ही हालात बने हुए है पिछले पांच साल मायावती शासनके दोरान जिस तरह नवनीत सहगल ने उत्तर प्रदेश को लूटा है और आज भी लूट रहा है उसके खिलाफ जब मेने दस्ताबेस सहित खुलासे किये तो नवनीत सहगल मुझे रौंदने पर उतारू हो गया और मेरे मैगज़ीन के टाइटल को केंसल कराने पर उतारू हो गया और दूसरी तरफ लखनऊ की पत्रकारिता में नवनीत सहगल की नाजाएज ओलांदे नवनीत सहगल के भ्रस्टाचार पर पर्दा डालने के लिए मेरे खिलाफ मुहीम चला रहे है जिससे में नवनीत सहगल के खुलासे आंगे से ना करूँ . में अब डंके की चोट पर कहता हूँ की नवनीत सहगल के दोआरा जो उत्तर प्रदेश को बेरहमी से लूटा गया है उसके परत दर परत खुलासे में करता रहूँगा इसके लिए मुझे कोई भी कीमत चुकानी पड़े इसके लिए में मानसिक रूप से तैयार हूँ लेकिन मिसन पत्रकारिता की आबरू नहीं लुटने दूंगा ये मेरा दृढ संकल्प है में एक लुटेरे नोकर के सामने मिसन पत्रकारिता को नीचे नहीं झुकने दूंगा .