गोरखपुर में भ्रष्ट अखबार मालिकों में मची खलबली
भ्रष्ट अखबार माफियाओं के खिलाफ शिकायत की जांच की खबर मिलते ही अखबार माफियाओं की नींद उड़ गयी हैं और उनके द्वारा आरएनआई नई दिल्ली में दरबार शुरू कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो भ्रष्ट अखबार माफियाओं द्वारा जांच को मैनेज करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें उन्हें कितनी सफलता मिलेगी यह वक्त बतायेगा।
खबरों के मुताबिक आरटीआई एक्टिविस्ट और आम आदमी पार्टी गोरखपुर के कार्यकर्ता जितेन्द्र कुमार द्वारा भ्रष्ट अखबार माफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। जितेन्द्र कुमार द्वारा काफी समय से अखबार माफियाओं के खिलाफ शिकायतें की जाती रही हैं लेकिन अखबार माफियाओं द्वारा हर बार इसे मैनेज कर लिया जाता रहा है। आरटीआई एक्टिविस्ट जितेन्द्र कुमार ने प्रेस पंजीयक नई दिल्ली को 22.09.2012 को गोरखपुर के कुछ भ्रष्ट अखबार माफियाओं के बावत शिकायती पत्र भेजा था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
तत्पश्चात आरटीआई के तहत जब जानकारी मांगी गयी तो प्रेस पंजीयक कार्यालय नई दिल्ली द्वारा 23.10.12 व 09.11.12 को एक पत्र जारी कर यह आश्वासन दिया गया कि जांच की जा रही है और शीघ्र ही जांच रिपोर्ट भेजी जायेगी लेकिन वर्ष बीतने के साथ ही आज तक ना ही जांच की गयी और ना ही कोई रिपोर्ट भेजी गयी। पुनः आरटीआई के तहत जांच रिपोर्ट की प्रति मांगने पर आरएनआई सक्रिय हो गया है जिससे अखबार माफियाओं की नींद उड़ गयी है। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि पिछले कई दिनों से भ्रष्ट अखबार माफिया दलालों के माध्यम से आरएनआई में जांच प्रक्रिया को रोकने के प्रयास में हैं। उनका प्रयास है कि जांच किये बिना ही मामले को रफा-दफा कर दिया जाये और उन्हें लूट-खसोट का मौका मिलता रहे। बहरहाल सूत्रों की बातों की सच्चाई तभी सामने आयेगी जब इस पर कोई ठोस कार्रवाई की जा सकेगी। देखना यह है कि क्या वास्तव में आरएनआई इनके प्रभाव में आकर जांच प्रक्रिया को प्रभावित कर सकेगी अथवा शिकायती पत्र पर बिन्दुवार जांच कर कार्रवाई करेगी।
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