कैनविज टाइम्स को अब उठने में लगेगा समय, सारा सिस्टम तहस नहस
करीब तीन दर्जन कर्मचारियों के विद्रोह के बाद आखिरकार कैनविज टाइम्स का ताला तो खुल गया पर उसे अपने पुराने रौव में लौटने में अभी काफी समय लगेगा क्योंकि प्रबंधन को एक बेहतर टीम की लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी जो कम पैसे में अच्छा इनपुट दे सके। हालांकि इसके लिए लखनऊ दफ्तर में साक्षात्कार शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि नए नवेले संपादक शंभुदयाल वाजपेयी इस काम में जुट गए हैं और नए लोगों का साक्षात्कार ले रहे हैं जो उनकी टीम का हिस्सा बनेंगे। वैसे उनके सामने भी चुनौतियां सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ी है क्योंकि अखबार की पहचान अखबार कम पूर्व संपादक प्रभात रंजन दीन के नाम से ज्यादा थी। उनकी लेखनी को ही पढ़ने के लिए लोग कैनविज टाइम्स को खरीदते थे। क्योंकि समसामयिक मुद्दों पर उनके लेखन का जोड़ नहीं था। वही लेखनी और तीर शंभुदयाल वाजपेयी को अखबार में लानी होगी जिससे कैनविज टाइम्स खड़ा हो सके। प्रभात रंजन दीन के ही तेवर से वह अखबार खड़ा था और उसी तेवर से एक बार फिर वह खड़ा होगा इसलिए वाजपेयी जी को प्रबंधकीय क्षमता और लेखनी पर ज्यादा से ज्यादा जोर देना होगा जिससे अखबार अपने पाठकों को बचा सके।
शंभुदयाल वाजपेयी बरेली के जाने माने नाम रहे हैं पर लखनऊ में वह कितना अच्छा कर पाते हैं यह तो समय बताएगा पर इतना तो तय है कि अखबार को खड़ा करने में उन्हें खासी मशक्कत करनी होगी नहीं तो अखबार को अकाल मौत से कोई नहीं बचा पाएगा। बताया जा रहा है कि अखबार का सारा सिस्टम बिगड़ चुका है और उसे बनने में काफी समय लगेगा तब तक अखबार लोगों के हाथ से छुटने लगेगा। आपको बता दें कि कैनविज टाइम्स लखनऊ में कर्मचारियों ने रविवार को अचानक प्रबंधन का बहिष्कार कर दिया था और वे दफ्तर छोड़ कर बाहर चले गए थे। इसमें न केवल संपादकीय विभाग के कर्मचारी शामिल थे, बल्कि सिस्टम विभाग और सर्कुलेशन विभाग और यहां तक कि चतुर्थ श्रेणी के भी कर्मचारी शामिल थे। यह प्रिंट लाइन के इतिहास में पहली बार हुआ है जब एक संपादक के जाने के बाद इतने सारे लोग अपनी नौकरी को छोड़कर उसके पीछे चल दिए हों। बता दें कि कैनविज टाइम्स के प्रधान संपादक प्रभात रंजन दीन ने 21 जनवरी को ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन प्रबंधन के कहने के बाद वे एक फरवरी तक रुके पर दो तारीख को उनके जाने के बाद यहां से सभी कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि प्रभात रंजन दीन अब किस संस्थान के साथ जुड़ने जा रहे हैं इसके बारे में जानकारी नहीं हो सकी है पर माना जा रहा है कि वह जल्द ही किसी नए संस्थान के साथ जुड़ेंगे।