कैनबिज टाइम्स को मिटटी में मिलाने के बाद अब वायस आफ मूवमेंट पहुचे प्रभात रंजन दीन

prabhat jiलखनऊ से एक बड़ी खबर आ रही है। खबर है कि कैनबिज टाइम्स के प्रधान संपादक प्रभात रंजन दीन ने चार दिन के भीतर ही अपने सभी साथियों संग वायस आफ मूवमेंट के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत कर दी है। यहां भी वे अखबार को लीड करेंगे। आपको बता दें कि दो फरवरी को प्रधान संपादक प्रभात रंजन दीन के कैनबिज टाइम्स छोड़े जाने के बाद टाप टू बाटम यानी संपादक से लेकर चपरासी तक सभी ने एक साथ उस समय इस्तीफा दे दिया था जब कैनबिज टाइम्स के जीएम नैतिकता और पत्रकारीय मानकों को लेकर नसीहत दे रहे थे। सभी का मानना था कि प्रभात रंजन दीन ने प्रोफेशनल एथिक्स का पालन करते हुए संस्थान छोड़ा है जबकि इसके इतर जीएम कुछ अन्य बातों पर अड़े थे। जिससे सभी कर्मचारी खफा हो गए और प्रभात रंजन दीन के लिए अपनी नौकरी दांव पर लगाकर कैनबिज टाइम्स से अलग हो। इस कारण कैनबिज टाइम्स का प्रकाशन भी एक दिन तक ठप रहा। पर अब खबर आ रही है कि प्रभात रंजन दीन और उनकी टीम के करीब 30 लोगों ने एक बार फिर अपनी नई पारी की शुरुआत कर दी है। ये सभी लोग वायस आफ लखनऊ से जुड़े हैं।

आपको बता दें कि इस अखबार की शुरुआत प्रखर कुमार सिंह ने वर्ष 2009 में की थी। उन्होंने पाठकों की नब्ज को टटोलते हुए एक नई सोच के साथ वे मीडिया के क्षेत्र में उतरे थे। इन चार सालों में उन्होंने सीमित संसाधनों और अपने मेहनत के बल पर आज 4 साल में वे 55 हजार घरों तक अपनी पहुंच बना ली है। उनका अखबार इस समय बाराबंकी, फ़ैज़ाबाद, सुल्तानपुर, रायबरेली, उन्नाव कन्नौज, कानपुर, बाँदा, उरई, लखीमपुर, सीतापुर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, अम्बेडकरनगर, बरेली, व झांसी में पढ़ा जा रहा है। अखबार का दफ्तर लखनऊ के गोमती नगर के विभूतिखण्ड स्थित शालीमार टावर के ७वें तल पर है। प्रखर कम्यूनिकेशन प्राईवेट लिमिटेड के विभूतिखण्ड में ही स्थित बी-१११/११२ संतोष काम्प्लेक्स में अखबार की मशीनें हैं जहां से यह अखबार प्रकाशित होता है।

bj

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