‘राहुल गाँधी के स्टाफ पास पत्रकार का फोन छीनने का अधिकार नहीं’: इंडिया टुडे के रोहित शर्मा से बदसलूकी पर अमेरिकी प्रेस क्लब सख्त, कहा- यह कानूनों का उल्लंघन
NPC ने घटना का जिक्र करने के बाद याद दिलाया कि अमेरिका में पत्रकार एक कानून के तहत सुरक्षित होते हैं जिसका राहुल गाँधी की टीम ने उल्लंघन किया हो सकता है। NPC ने लिखा, "सुरक्षा कर्मचारियों को पता होना चाहिए कि अमेरिका में पत्रकारों को संविधान द्वारा सुरक्षा दी जाती है, चाहे पत्रकार या फिर इंटरव्यू देने वाले किसी भी देश के हों।"
अमेरिका में राहुल गाँधी के कार्यक्रम से पहले इंडिया टुडे के पत्रकार रोहित शर्मा के साथ हुई मारपीट का मामला गरमा गया है। अमेरिका के नेशनल प्रेस क्लब(NPC) ने इस मामले पर एक बयान जारी किया है। NPC ने कहा है कि पत्रकार के साथ मारपीट अमेरिकी कानूनों के उल्लंघन के दायरे में आती है। NPC ने कहा है कि राहुल गाँधी के स्टाफ का कोई अधिकार नहीं बनता था कि वह पत्रकार रोहित शर्मा के साथ बदसलूकी करें या उनका फोन छीनें।
NPC की अध्यक्ष एमिली विल्किंस ने इस संबंध में बयान जारी किया है। विल्किंस ने कहा, “इंडिया टुडे की हालिया खबर और रोहित शर्मा और एनपीसी बोर्ड के एक सदस्य के बीच बातचीत में यह साफ़ हुआ है है कि शर्मा डलास हवाई अड्डे के पास एक होटल में भारत के विपक्ष के नेता राहुल गाँधी के आने का इन्तजार कर रहे थे। इसी दौरान शर्मा ने इंडिया ओवरसीज कॉन्ग्रेस (IOC) के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का इंटरव्यू लिया। दोनों पहले भी मिल चुके थे और यह इंटरव्यू रिकॉर्डिंग की सहमति के साथ किया गया था।”
WASHINGTON | September 16, 2024 — The following is a statement by @emrwilkins, president of the National Press Club, on a reported incident in the Dallas-area that may have violated the First Amendment rights of reporter @DcWalaDesi, a member of the National Press Club.
— National Press Club (@PressClubDC) September 17, 2024
एमिली विल्किंस ने आगे बताय, “आखिरी सवाल पर दर्शकों में से कुछ लोगों ने सवाल पर आपत्ति जताई और शर्मा पर चिल्लाते हुए और उन्हें धक्का देते हुए उनका फोन छीनकर इंटरव्यू रोक दिया। इन लोगों में गाँधी के स्टाफ के लोग शामिल थे, जिन्होंने शर्मा के फोन से फाइलें डिलीट कर दीं और उनसे फोन छीन कर रख लिया।”
NPC ने घटना का जिक्र करने के बाद याद दिलाया कि अमेरिका में पत्रकार एक कानून के तहत सुरक्षित होते हैं जिसका राहुल गाँधी की टीम ने उल्लंघन किया हो सकता है। NPC ने लिखा, “सुरक्षा कर्मचारियों को पता होना चाहिए कि अमेरिका में पत्रकारों को संविधान द्वारा सुरक्षा दी जाती है, चाहे पत्रकार या फिर इंटरव्यू देने वाले किसी भी देश के हों।”
NPC के इस बयान के बाद कॉन्ग्रेस नेता सैम पित्रोदा और राहुल गाँधी और भी घिर गए हैं। गौरतलब है कि इंडिया टुडे के अमेरिकी मामले देखने वाले पत्रकार रोहित शर्मा ने एक लेख में बताया था कि किस तरह सैम पित्रोदा के साथ एक इंटरव्यू में हिन्दुओं पर सवाल पूछने के कारण उनके साथ मारपीट हुई।
क्या थी पूरी घटना
रोहित शर्मा के लेख के अनुसार, “अपनी तैयारी के हिस्से के रूप में मैंने इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस (IOC) के अध्यक्ष सैम पित्रोदा से संपर्क किया। मैंने पहले भी उनका साक्षात्कार लिया है। सैम इंटरव्यू देने के लिए तैयार हो गए। शाम करीब 7.30 बजे मैं टेक्सास के इरविंग में रिट्ज कार्लटन पहुँचा। वहाँ मुझे सैम के विला में ले जाया गया, जहाँ करीब 30 लोग बैठे थे, जिनमें भारत से आए कुछ लोग भी थे।”
इसके बाद पत्रकार शर्मा इंटरव्यू रिकॉर्ड करने के लिए अपना फोन सेट किया और राहुल गाँधी की यात्रा पर चर्चा करने लगे थे। इस दौरान सैम पित्रोदा ने उनके चार सवालों का सहजता से जवाब दिया। उन्होंने अंतिम सवाल पूछा कि ‘क्या राहुल गाँधी अमेरिकी सांसदों के साथ अपनी बैठकों के दौरान बांग्लादेश में मारे जा रहे हिंदुओं का मुद्दा उठाएँगे?’
रोहित शर्मा ने कहा, “राहुल की टीम के एक सदस्य ने मेरा फ़ोन छीन लिया और चिल्लाने लगा- ”बंद करो! बंद करो!, साक्षात्कार बंद करो” उन्होंने आगे कहा, ”सैम भी मेरी तरह घबराए हुए थे और लोगों से शांत रहने की अपील कर रहे थे। हालाँकि, राहुल गाँधी के टीम के लोगों एवं समर्थकों ने उनकी बात नहीं मानी और मेरी माइक छीनने लगे। मैंने विरोध किया और उन्होंने मोबाइल की रिकॉर्डिंग बंद कर दी।”
इस हंगामे के बीच ही सैम पित्रोदा को राहुल गाँधी से मिलने के लिए एयरपोर्ट ले जाया गया। हालाँकि, कमरे में कम से कम 15 लोग रह गए। रोहित ने आगे कहा, “उन्होंने मुझसे साक्षात्कार से अंतिम प्रश्न हटाने के लिए कहा। मैं उन्हें समझाता रहा कि प्रश्न में कुछ भी विवा दास्पद नहीं है और उनकी हरकतें गलत हैं। इसके बावजूद वे अड़े रहे और मेरा फोन लेकर उसमें खोजबीन करने लगे।”
इसके बाद उन लोगों ने उस साक्षात्कार को पत्रकार की फ़ोटो लाइब्रेरी से डिलीट कर दिया, लेकिन वह डिलीट फ़ोल्डर में वह रह गया और उसे खोलने के लिए पत्रकार के फेस आईडी की जरूरत थी। रोहित ने बताया, “जब मैं वहाँ बैठा था तो दो आदमी मेरे बगल में खड़े थे। उनमें से एक ने चुपके से मेरा फ़ोन मेरे चेहरे के पास लाया और मेरी सहमति के बिना उसे अनलॉक कर दिया।”
बाद में इस मामले को लेकर सैम पित्रोदा ने इंडिया टुडे से बातचीत की। सैम पित्रोदा ने अपने ही इंटरव्यू में पत्रकार शर्मा के साथ हुई मारपीट की जानकारी होने से इनकार कर दिया। उन्होंने यह कह कर पीछा छुड़ाने की कोशिश की कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है और शर्मा को इस जानकारी को सार्वजनिक करने से पहले उनसे बात करनी चाहिए थी।
इंडिया टुडे ने बाद में यह सूचना दी कि उनके पत्रकार से हुई मारपीट के संबंध में पित्रोदा ने फोन पर माफी माँगी है। पित्रोदा ने जाँच करवाने की बात भी शर्मा से कही थी। हालाँकि, राहुल गाँधी या कॉन्ग्रेस की तरफ से प्रेस पर हमले के संबंध में कोई बयान नहीं आया।