वरिष्ठ पत्रकार विनोद मेहता का निधन
नई दिल्ली: आउटलुक ग्रुप के संस्थापक संपादक और एडिटर-अन-चीफ विनोद मेहता का निधन हो गया है. दिल्ली में एम्स में 73 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. एम्स में आज हार्टअटैक के कारण उनकी मौत हो गई. उन्होंने संडे ऑब्जर्वर, द पायनियर और आउटलुक जैसे फत्र-पत्रिकाओं की शुरुआत की. उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं. विनोद मेहता भारत में पत्रकारों की दुनिया में एक सितारे की तरह नजर आते थे. विनोद मेहता का नाम देश के बड़े पत्रकारों में शामिल है. एम्स के प्रवक्ता अमित गुप्ता ने कहा कि उनका निधन विभिन्न अंगों के काम करना बंद करने के कारण हुई. मेहता का जन्म 1942 में रावलपिंडी में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है. मेहता साहसपूर्ण पत्रकार के रूप में जाने जाते थे. वह फरवरी 2012 तक आउटलुक के एडिटर इन चीफ थे. आउटलुक में काम करने से पहले उन्होंने तीन दशक पहले दिल्ली में पायनियर अखबार को सफलतापूर्वक पेश किया था. विनोद मेहता न्यूज़ चैनलों में पैनलिस्ट के तौर पर भी नजर आते थे. विनोद मेहता पत्रकारों की संस्था एडिटल गिल्ड के भी अध्यक्ष रहें. मेहता 73 वर्ष की उम्र में भी पत्रकारिता में पूरी तरह से सक्रिय थे. वह अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते थे. पीएम मोदी ने भी विनोद मेहता के निधन पर शोक जताया है. मोदी ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा, “अपनी राय को लेकर वह बिल्कुल स्पष्ट थे. विनोद मेहता एक बेहतरीन पत्रकार और लेखक के रूप में याद किए जाएंगे. उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं जाहिर करता हूं.” विनोद मेहता को एक पत्रकार के अलावा बेहतरीन लेखक, चिंतक और विचारक के तौर पर भी जाना जाता है. विनोद मेहता ने सोनिया गांधी पर भी किताब लिखी है. उनके कुत्ते का नाम एडिटर था और इस बहाने वो कभी-कभी पत्रकारिता जगत पर भी चुटकी लिया करते थे.