लाख रुपए दीजिए, न्यूज़ चैनल आईडी और जिले की कमान लीजिए
देहरादून में मीडिया की अड्डेबाज़ी अब भू माफियाओं ने सम्हाल ली है। कलम को गिरवी रखने का खेल तो काफी समय से चल रहा था लेकिन अब न्यूज़ चैनल की आईडी बेच कर लाखों में पत्रकार बनाने का खेल भी शुरु हो गया है। इसके चलते ईमानदारी से पत्रकारिता करने वाले खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। ख़बर है कि देहरादून में कुछ दिनों पूर्व शुरू हुए न्यूज़ चैनल राष्ट्र ख़बर ने जिस तेज़ी से ग्राउंड बनाना शुरु किया था उसी तेज़ी से चैनल ने कमाई करने की छूट भी अपने यहां के पत्रकारों को देनी शुरु कर दी। लोकसभा चुनाव का मौसम था तो लगे हाथ कुछ लोगो ने मीडिया का चोला पहन कर धन उगाही का सपना देख लिया था। लेकिन सपना पूरा होने से पहले ही इस न्यूज़ चैनल की हकीकत लोगों के सामने आ गयी।
[B]रुद्रपुर [/B]निवासी अर्पित राज कक्कड़ ने देहरादून पुलिस को दी गयी अपनी शिकायत में कहा है की रुद्रपुर में राष्ट्र खबर न्यूज़ चैनल का ब्यूरो चीफ बनाने के लिए, खुद को चैनल का मालिक बताने वाले जयपाल चौधरी, गौरव शर्मा, मुकेश शर्मा ने उससे एक लाख रूपए की मांग की थी जिसको उसने पूरा भी किया। फिर देहरादून में उसे बताया गया कि अब राष्ट्र ख़बर ने देहरादून के न्यूज़ चैनल वॉइस ऑफ़ नेशन को खरीद लिया है। इसलिए अब उसे नई शर्तों को अनुसार कार्य करना होगा जो अर्पित को स्वीकार नहीं था। अर्पित राज का कहना है की न्यूज़ चैनल हर महा एक लाख रूपया मांग रहा था और देहरादून में कई जगह पर अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा है। अर्पित ने उक्त तीनों लोगों पर ऑफिस बुला कर उससे मारपीट करने, सादे कागज़ पर दस्तख़त लेने, लैपटॉप और सोने की चैन छीनने का आरोप भी लगाया है।
[B]वहीं [/B]वॉयस ऑफ नेशन के मनीष वर्मा का कहना है की उनके न्यूज़ चैनल का किसी भी अन्य चैनल से कोई समझौता नहीं हुआ है। कुछ लोग न्यूज़ चैनल को खरीद लेने की बात कह रहे है जो पूरी तरह गलत है। जयपाल चौधरी से फ़ोन पर बात की गयी तो उन्होंने कहा की उनके द्वारा न्यूज़ चैनल वॉयस ऑफ नेशन की नयी ज़िमेदारी संभाली गयी है और उनका राष्ट्र खबर से कोई लेना देना नहीं है। उनके द्वारा अर्पित राज के खिलाफ पुलिस में शिकयत की गयी है। [B]कुल[/B] मिलाकर देहरादून में न्यूज़ चैनल की आड़ में जिलों में रिपोर्टर बनने का खेल लगातार जारी है। जिन लोगों को न्यूज़ चैनल का रिपोर्टर बनाया जा रहा है उनको मीडिया की कोई जानकारी नहीं है। इस कारण मीडिया बदनाम हो रहा है और इस तरह के मामले पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने हुए है।
[B]देहरादून से नारायण परगईं की रिपोर्ट[/B]
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