भगोड़े पत्रकार दम्पती संजय पुरबिया की बढ़ी मुश्किलें, उच्च न्यायालय में फर्ज़ी दस्तावेज दाखिल करने पर देना होगा जवाब

फ़र्ज़ी दस्तावेजों और जालसाज़ी से समाचार पत्र को भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो एवं सूचना व जनसंपर्क विभाग, उत्तर प्रदेश, में फ़र्ज़ी रूप से सूचीबद्ध कराकर विज्ञापन लेने का कार्य भी इस दम्पति द्वारा किया जा रहा है। बंटी बबली की तर्ज पर पति पत्नी द्वारा अपने समाचार पत्र के माध्यम से अधिकारियों को ब्लैकमेल करने की साजिश रची जाती है।

होमगार्ड विभाग में फर्ज़ी खबरों का बिछाया जाल

छदम नामधारी पत्रकार संजय पुरबिया उर्फ संजय श्रीवास्तव, संपादक दिव्या श्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश की मीडिया को कलंकित करने वाले युगल दंपति तथाकथित पत्रकार संजय श्रीवास्तव उर्फ संजय पुरबिया एवं उनकी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव द्वारा किए गए कर्मों की सजा मिलना तय होता जा रहा है, युगल दंपति ने अपने समाचार पत्रों के जरिए जिस तरह शासन प्रशासन के अधिकारियों खास तौर से होमगार्ड विभह के विरुद्ध अनर्गल और गलत खबरें छाप कर उनको बदनाम कर धन उगाही का कार्य शुरू किया गया था उसपर लगाम लगता दिख रहा हैं।

भगोड़े संजय पुरबिया को मिला क्राइम मास्टर गोगो का सहारा, अयोध्या में भी नहीं मिला आसरा

समाचार पत्र की आड़ में गिरोहबंदी करके ब्लैकमेंलिंग का धंधा चलने वाले संजय पुरबिया पर कार्यवाही होना तय, पति-पत्नी दोनों जा सकते हैं जेल

संजय पुरबिया ब्लैकमेल करना चाहता है, सांसद बृजभूषण शरण सिंह

फ़र्ज़ी दस्तावेजों और जालसाज़ी से समाचार पत्र को भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो एवं सूचना व जनसंपर्क विभाग, उत्तर प्रदेश, में फ़र्ज़ी रूप से सूचीबद्ध कराकर विज्ञापन लेने का कार्य भी इस दम्पति द्वारा किया जा रहा है। बंटी बबली की तर्ज पर पति पत्नी द्वारा अपने समाचार पत्र के माध्यम से अधिकारियों को ब्लैकमेल करने की साजिश रची जाती है।

लखनऊ की न्यायालय द्वारा मानहानि के मामले में संजय पूरबिया और उनकी पत्नी के गैरहाज़िरी के चलते गैर जमानती अधिपत्र जारी करते हुए भगोड़ा घोषित किया गया हैं जिसमें पुलिस द्वारा ऐसे तथाकथित पत्रकार जोड़ी की गिरफ्तारी की सम्भवना से इनकार नही किया जा सकता है।

विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय पूरबिया का छदम व्यक्तित्व न सिर्फ प्रमाणित है बल्कि ठगी और आपराधिक गतिविधियों के कारनामे की बॉलीवुड फिल्म बंटी बबली से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश की पत्रकारिता को बदनाम करने के साथ साथ अधिकारियों को ब्लैकमेल करने हेतू the sunday views नाम का समाचार पत्र प्रकाशित किया जा रहा है।

पत्रकारिता को कलंकित करते युगल दम्पति को न्यायालय ने घोषित किया भगोड़ा

द संडे व्यूज समाचार पत्र का ब्लैकमेलर संपादक फ़रार, न्यायालय ने जारी किया NBW

समाचार पत्र की मात्र कुछ प्रतियां प्रकाशित की जाती है परंतु डिजिटल संस्करण और indiaexpressnews नाम से न्यूज़ पोर्टल चलाये जा रहे है जिससे सम्मानित लोगो को भयभीत किया जा सके। सूत्रों की माने तो छदमधारी संजय पूरबिया की मुश्किलें और भी बढ़ने वाली है, कुछ अन्य मामलों में भी गिरफ्तारी की सम्भवना से इनकार नही किया जा सकता।

 ‘द संडे व्यूज‘  का ब्लैकमेलर सम्पादक फरार

युगल दंपत्ति द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ में गिरफ्तारी से बचने हेतु जो प्रार्थना पत्र दिया था उसके साथ शपथ पत्र समर्पित अनेक ऐसे फर्ज़ी दस्तावेज संलग्न किए थे जिनका संज्ञान लेकर उच्च न्यायालय द्वारा जवाब तलब किया गया है एवं निचली अदालत के किसी भी फैसले पर राहत देने से इनकार कर दिया है और मामले की सुनवाई हेतु दिनांक 29 जुलाई निर्धारित करते हुए संजय पुरबिया एवं दिव्या श्रीवास्तव को जवाबी हलफनामा दाखिल करने हेतु आदेश पारित किया गया है।

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