टीवी 9 का धंधा है पर गंदा है
हाल के दिनों में तेजी से उभरे क्षेत्रीय चैनल टीवी9 में वैसे कहने के लिए तो पीपुल कैपिटल एलएलसी का पैसा लगा हुआ है लेकिन यह पीपुल कैपिटल है क्या बला जिसने टीवी9 में पैसा लगा रखा है? क्या टीवी9 के पीछे कोई ऐसी शख्सियत है जो कि भारत में काले कारोबार का बादशाह घोषित किया जा चुका है? केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री, सीबीआई डायरेक्टर, सेबी और आरबीआई गवर्नर के पास इसी सवाल के साथ एक शिकायत पहुंची है कि टीवी9 के निवेशकों की जांच होनी चाहिए क्योंकि इस पूरे मीडिया वेन्चर में सत्यम के संस्थापक रामलिंग राजू का पैसा लगा हुआ है।
मुंबई की इन्वेस्टर एण्ड गाइडेन्स सोसायटी द्वारा जो शिकायत भेजी गई है उसमें कहा गया है कि टीवी9 के संचालक श्रीनी राजू के निवेश की जांच करवाई जानी चाहिए क्योंकि इस टीवी9 वेन्चर में सत्यम समूह के संस्थापक और आर्थिक धोखाधड़ी के आरोप में सजायाफ्ता रामलिंग राजू के लूट का पैसा लगा हुआ है। इन्वेस्टर एण्ड गाइडेन्स सोसायटी के पत्र में साफ लिखा गया है कि श्रीनी राजू रामलिंग राजू के रिश्तेदार हैं और टीवी9 में पीपुल कैपिटल नाम से जो निवेश किया गया है वह रामलिंग राजू ने ही किया है। पत्र में सवाल उठाया गया है कि अगर सत्यम के संस्थापक रामलिंग राजू पर धोखाधड़ी के इतने गंभीर आरोप साबित हो चुके हैं तो फिर उनके पैसे से चलनेवाले मीडिया संस्थान को कितना मीडिया संस्थान माना जा सकता है?
रामलिंग राजू पर निवेशकों के 14 हजार करोड़ रूपये हड़प जाने का आरोप है। जिस राजू पर इतना गंभीर आरोप है टीवी9 के मालिक श्रीनी राजू न केवल उनके रिश्तेदार हैं बल्कि उस सत्यम कम्प्यूटर में 1992 से 2000 तक सीओओ भी रह चुके हैं। लेकिन 2000 में उन्होंने सत्यम कम्प्यूटर छोड़ दिया और आईलैब के नाम से एक वेन्चर कैपिटल फर्म बना ली। यही आईलैब आगे चलकर पीपुल कैपिटल में तब्दील हो गई और इसी पीपुल कैपिटल के जरिए रामलिंग राजू अपनी काली कमाई विभिन्न योजनाओं में निवेश कर रहा है। शिकायत में कहा गया है कि टीवी9 चैनल चलाने के अलावा 13 दूसरी कंपनियों में भी पैसा लगाया गया है।
अब इन्वेस्टर एण्ड गाइडेन्स सोसायटी ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री, सेबी, रिजर्व बैंक और सीबीआई को लिखी चिट्ठी में निवेदन किया है कि टीवी9 के धन के स्रोत पीपुल कैपिटल की जांच करवाई जानी चाहिए। पत्र में कहा गया है कि पीपुल कैपिटल में लगा पैसा कुछ और नहीं बल्कि अवैध तरीके से बाहर ले जाया गया रामलिंग राजू का पैसा है जो अब वेन्चर कैपिटल के रूप में वापस भारत लाया जा रहा है और अलग अलग कंपनियों में निवेश किया जा रहा है।
तेलुगु न्यूज चैनल के रूप में जनवरी 2004 में टीवी9 की शुरूआत हुई थी। इस वक्त तेलुगु के अलावा टीवी9 कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली और गुजराती भाषा में क्षेत्रीय चैनल चलाता है।